- पेशी के बाद जिला जेल ले जाया जा रहा दहेज हत्या का आरोपी बीच रास्ते से हुआ फरार

- बाइक से लेकर सिपाही दोनों आरोपियों को पहुंचा था जेल, कूदकर हुआ फरार

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जिला कारागार में दाखिल होने से पहले ही मुजरिम चंदौली पुलिस की अभिरक्षा से फरार हो गया। मामला जिला गेट के ठीक बाहर का है। जिसके बाद बनारस और चंदौली दोनों जिलों में हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि सिपाही की बाइक पर बैठा मुजरिम बेटा ही भागा जबकि पिता को मौका नहीं मिला नहीं तो खाकी की खूब थू-थू होती। आनन फानन में जेल प्रशासन ने पिता को दाखिल कराया। दोनों जिलों की पुलिस देर रात तक फरार मुजरिम की तलाश करती रही लेकिन उसका कोई पता नहंी चला।

एक ही बाइक पर थे दोनों मुजरिम

चंदौली अलीनगर थाना क्षेत्र निवासी राधेश्याम व उसके बेटे सूरज समेत अन्य परिजनों पर दहेज हत्या का मुकदमा चल रहा है। चंदौली में बुधवार को पेशी के बाद कोर्ट ने उन्हें वाराणसी जेल में न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया। अलीनगर थाने पर तैनात सिपाही विजय और रामसेवक को जिम्मेदारी दी गई पिता-पुत्र को वाराणसी जिला जेल में दाखिल कराकर लौटे। एक सिपाही ने अपनी बाइक पर राधेश्याम और सूरज को बैठा लिया जबकि साथी सिपाही को ऑटो से आने को कहा। शाम लगभग छह बजे सिपाही बाइक से जिला जेल के मेनगेट के पास पहुंचा ही था कि मौका पाकर सूरज वहां से भाग निकला। सूरज के फरार होते ही सिपाहियों के हाथ-पांव फूल गए। आननफानन में पहले राधेश्याम को जिला जेल में दाखिल कराया गया और फिर सूरज के फरार होने की सूचना अलीनगर एसओ अजय सिंह को दी। अलीनगर एसओ ने वाराणसी पुलिस से संपर्क साधा। वायरलेस के जरिए सभी थानों को अलर्ट किया गया। वाहनों की चेकिंग समेत चंदौली जाने वाले सभी मार्गो पर नाकेबंदी कर दी गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।