- सदर तहसील में तहसील दिवस पर प्रभावित परिवार बैठे कार के आगे धरने पर

- जन शिकायतों की सुनवाई के दौरान लापरवाही पर लेखपाल को मिनी एडवर्स एंट्री

- डीएम ने मौके पर ही 30 शिकायतों का किया डिस्पोजल, अफसरों को दी हिादायत

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

कई बार तहसील दिवस पर रास्ते के लिए गुहार करने वाले चोलापुर ब्लाक के तेवर गांव के मुसहर बस्ती के लोगों ने डीएम राजमणि यादव की कार रोक दी। कार के सामने ही धरने पर बैठ गए। किसी तरह समझा बुझा कर उन्हें हटाया जा सका। ये घटना हुई तहसील दिवस के मौके पर सदर तहसील में। मुसहर बस्ती के लोगों का आरोप था कि तहसील दिवस पर कई बार फरियाद के बावजूद उनकी बस्ती के लिए रास्ता मुहैया नहीं कराया जा सका है जिसकी वजह से गांव वालों से अक्सर विवाद होता रहता है।

शाम में तय हुआ रास्ता

डीएम के ऑर्डर पर तहसीलदार ने मौके पर जाकर देर शाम मुसहर बस्ती के रास्ते के लिए विकल्प खोजा और इस केस का डिस्पोजल कर दिया। इधर, तहसील में चोलापुर के रौनाकला के लेखपाल अवधेश पाण्डेय को वरासत संबंधी शिकायती प्रार्थना पत्र तीन माह तक अपने पास रखने और कोई कार्रवाई न करने के आरोप में डीएम ने सर्विस बुक में एडवर्स एंट्री दी।

लेटलतीफी पर खैर नहीं

डीएम ने कुछ मामलों में शिकायतकर्ता के तीसरी-चौथी बार तहसील दिवस पर आने को गंभीरता से लिया। अफसरों से कहा कि एक या दो बार तहसील दिवस पर आने वाले की समस्या क समाधान नहीं होता है तो अफसरों की खैर नहीं। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द शिकायतों का निस्तारण की तहसील दिवस का मुख्य उद्देश्य है। डीएम ने सदर तहसील में आए टोटल 271 केसेज में 30 का मौके पर ही निस्तारण किया। राजातालाब तहसील पर 164 शिकायतों में से 16 का तथा पिण्डरा में 78 शिकायतों में मात्र दो का निस्तारण हुआ।