- रोडवेज बसेज में अब सीनियर सिटीजंस को हर हाल में सीट दिलाने की कंडक्टर्स को मिली नई जिम्मेदारी

- बुजुर्ग पैसेंजर्स को ससम्मान दिलाएंगे सीट

- रोडवेज हेडक्वॉर्टर से सूबे के सभी क्त्ररू व न्क्त्ररू को जारी हुआ फरमान

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रोडवेज बसेज से डेली हजारों पैसेंजर्स सफर करते हैं। इनमें सीनियर सीटीजंस की भी अच्छी खासी तादाद रहती है। सीट फुल होने के चलते सीनियर सिटीजंस बस में कई दफे खड़े-खड़े सफर करने के लिए बाध्य होते हैं। यहां तक कि कई बुजुर्ग पैसेंजर्स तो परेशान होकर रोडवेज बसेज से सफर करने से तौबा कर बैठे हैं। रोडवेज ने ऐसे बुजुर्ग पैसेंजर्स की सुध लेते हुए इन्हें रोडवेज बसेज से सफर करने के लिए मोटिवेट करने की पहल की है। रोडवेज हेडक्वॉर्टर से सूबे के सभी आरएम व एआरएम को बुजुर्ग यात्रियों का खास ख्याल रखने के बाबत एक लेटर जारी किया है। इसमें लिखा है कि सीनियर सिटीजंस को 'आईये श्रीमान' से संबोधित किया जाए। इसके साथ ही बस में पैसेंजर्स की कितनी भी गैदरिंग होने के बावजूद बुर्जुग यात्रियों को सीट अवेलेबल कराने की जिम्मेदारी कंडक्टर्स को दी गई है।

इनके लिए रोकनी होगी बस

ऐसा नहीं है कि बुजुर्ग पैसेंजर्स का सम्मान न सिर्फ बस स्टेशन पर ही किया जाएगा। बीच सफर में भी स्टॉपेज पर यदि कोई बुजुर्ग यात्री बस रोकने के लिए हाथ देता हैं तो ड्राइवर्स-कंडक्स्टर्स को बस रोकनी पड़ेगी। इसके बाद उन्हें सम्मान के साथ सीट अवेलेबल करानी होगी। इसके लिए कंडक्टर किसी अन्य पैसेंजर को कन्विंस करेगा।

नहीं तो लिया जाएगा एक्शन

कंडक्टर्स को रोडवेज का सबसे स्ट्रॉन्ग हैंड माना जाता है। ये रोडवेज की सेवा करते हुए आय में वृद्धि व रोडवेज की साफ-सुथरी इमेज बनाने में सबसे मजबूत कड़ी हैं। इसलिए कंडक्टर्स को नई जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। हेडक्वॉर्टर से आए ऑर्डर के खिलाफ जाने पर कंडक्टर्स पर कार्रवाई भी हो सकती है।

इन रूल्स को करना होगा फॉलो

- बुजुर्ग पैसेंजर्स के लिए आइये श्रीमान जैसे वर्ड के यूज के साथ उन्हें देना होगा स्पेशल ट्रीटमेंट

- सम्मानित यात्रियों को निर्धारित प्लेस पर ही उतारा जाये

- सभी बस स्टापेज से बुजुर्ग यात्रियों को पहले लेंगे कंडक्टर

- बस में सीट्स फुल होने के बावजूद बुजुर्गो को सीट दिलाने करी कंडक्टर की होगी रिस्पॉन्सिबिलटी

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बुजर्ग यात्री हमारे लिये पहले से ही सम्मानीय हैं। कंडक्टर्स को कहा गया है कि बुजुर्ग यात्रियों का खास ख्याल रखा जाए। उन्हें हर हाल में सीट अवेलेबल कराई जाए। इससे रोडवेज के जरिए लोगों को एक पॉजिटिव मेसेज जाएगा।

आरसी दुबे

एआरएम, रूरल

रोडवेज कैंट