पेशेंट्स सौलिडेरिटी डे पर BHU में बोले कंज्यूमर अफेयर मिनिस्ट्री के हेम पाण्डेय

VARANASI

किसी डॉक्टर से चिकित्सकीय सलाह प्राप्त करने मरीज को वह सब अधिकार प्राप्त हैं जो किसी भी सामान को बाजार से खरीदने वाले सामान्य उपभोक्ता को। क्योंकि व्यक्ति जब डॉक्टर से सिर्फ इलाज कराता है तभी मरीज होता है, लेकिन जब वह इलाज को खरीदने लगता है तो वह उपभोक्ता बन जाता है। उसके साथ अगर दवा के रेट, एक्सपायरी या किसी प्रकार की गड़बड़ी होती है तो वह संबंधी पर कार्रवाई का दावा कर सकता है। यह बातें शनिवार को कंज्यूमर अफेयर्स, फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन के सेक्रेटरी हेम पांडेय ने बीएचयू में कही। वह प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की ओर से बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में आयेाजित पेशेंट्स सौलिडेरिटी डे पर बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे। उन्होंने उपस्थित लोगों को उपभोक्ताओं के अधिकार से वाकिफ कराया। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर कालेबाजारी पर रोक लगाएं।

लंका में भी खुलेगा केन्द्र

भाजपा विधायक डॉ। ज्योत्सना श्रीवास्तव ने कहा कि दवा के क्षेत्र में कई रैकेट लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं। ऐसे में जन औषधि केंद्रों से दवा लेकर इसके शिकार होने से बच सकता है। वहीं पीएमजेएवाई के निदेशक (पब्लिक रिलेशन एंड लेसन) सुनील शर्मा ने दवा की कालेबाजारी पर प्रहार करते हुए कहा कि अक्सर चिकित्सक मरीज पर दबाव बनाते हुए लिखते हैं कि दूध कल्लू की दुकान से ही लेना। ऐसे में मरीजों को समझना होगा कि दूध दूध ही होता है चाहे वह कल्लू की दुकान का हो या अन्य दुकान का। उन्होंने कहा कि लंका में भी जन औषधि केंद्र खोला जाएगा। बताया कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि मार्च ख्0क्7 तक देश में फ्000 केंद्र खोल दिए जाए। बताया कि इस योजना की शुरूआत ख्008 में हुई थी, लेकिन कुछ दिनों में ही वह मरने लगी। इसे पीएम मोदी ने जिंदा किया है। कार्यक्रम में कई स्कूलों के बच्चों को बुलाया गया था। सेंट्रल लाइब्रेरी बीएचयू के पूर्व लाइब्रेरियन एवं कवि डॉ। एके श्रीवास्तव ने अपनी कविता से बच्चों का खूब हंसाया। इसके अलावा देश में बेहतर जन औषधि केंद्र चलाने वाली त्रिचुर, केरल की दिव्या बाबू को सम्मानित किया गया। दिव्या के अलावा बोरीबली, मुंबई के विजय व बनारस के अशोक को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर विमल जैन, डॉ। सुशील सिंह सहित शहर के माता आनंदमयी अस्पताल के कर्मचारी भी मौजूद थे।