-यूपी बोर्ड की ओर से जारी सेंटर लिस्ट में 140 की दूरी 30 किमी तक

-जिले में बने 135 सेंटर के लिए 207 की ओर से मिली शिकायत

बोड परीक्षा में छात्रों के सेंटर को स्कूल से पांच किमी से ज्यादा दूर नहीं रखने का निर्देश है। बावजूद इसके यूपी बोर्ड ने सेंटर तय करने में इस मानक का पालन नहीं किया है। जिले में एग्जाम सेंटर 30 किमी दूर तक बना दिये गये हैं। इससे स्टूडेंट्स की मुश्किलें बढ़नी तय है। बता दें कि यूपी बोर्ड ने वाराणसी में 140 स्कूल्स का एग्जाम सेंटर 13 से 30 किमी दूर तक बना दिया है। जबकि सेंटर आठ किमी से दूर नहीं बनाया जा सकता है। इस बीच डीआइओएस ऑफिस में परीक्षा केंद्रों पर आई आपत्तियों की लिस्ट बनायी जा रही है।

207 स्कूल्स ने किया ऑब्जेक्शन

दसवीं व बारहवीं के करीब 103000 परीक्षाíथयों के लिए जिले में 135 सेंटर बनाए गए हैं। वहीं इन सेंटर्स पर 207 स्कूल आपत्ति दर्ज करा चुके हैं। इन आपत्तियों की लिस्टिंग की जा रही है। शिकायतों में सेंटर की स्कूल से दूरी, मानक के अनुरूप सीसी कैमरे की सुविधा, परीक्षाíथयों के बैठने की क्षमता व आवंटित परीक्षार्थी सहित अन्य बिंदुओं पर अलग-अलग लिस्ट बनाई जा रही है। डीआइओएस के मुताबिक सभी आपत्तियों की चेकिंग करायी जा रही है। इसके बाद आपत्तियों को दूर कराने के लिए जनपदीय समिति की मीटिंग में प्रस्ताव रखे जाएंगे। जनपदीय समिति की संस्तुति बोर्ड को भेजी जाएगी ताकि मानक के विपरीत बने सेंटर्स को लिस्ट से हटाया जा सके।

प्रैक्टिकल का आया टाइम टेबल

दसवीं व बारहवीं की परीक्षाएं अप्रैल में होने की संभावना है। वहीं वाराणसी में प्रैक्टिकल एग्जाम 13 फरवरी से 22 फरवरी तक होंगे। इंटरमीडिएट में 50 परसेंट आंतरिक परीक्षक व 50 परसेंट वाह्य परीक्षक परीक्षाíथयों का मूल्यांकन करेंगे। वहीं व्यक्तिगत परीक्षाíथयों के लिए प्रायोगिक परीक्षा का भी सेंटर बनाया जाएगा। उन्हीं केंद्रों पर व्यक्तिगत परीक्षाíथयों का प्रैक्टिकल एग्जाम होगा। इसके अलावा सभी स्कूल्स को सीसी कैमरे की निगरानी में परीक्षा कराने का निर्देश है। वहीं इसकी रिकाìडग भी विद्यालयों को सुरक्षित रखनी होगी ताकि बोर्ड द्वारा मांगे जाने पर उपलब्ध कराया जा सके।