मुंबई म्यूनिसिपॉलिटी के डिप्टी चीफ इंजीनियर ने करसड़ा और रमना प्लांट का किया सर्वे

VARANASI

बनारस के सॉलिड वेस्ट को मैनेज करने के लिए लगातार प्रयास करने वाली नगर निगम मुंबई म्यूनिसिपॉलिटी का मुंह देख रही है। बुधवार को मुंबई म्यूनिसिपॉलिटी के डिप्टी चीफ इंजीनियर पिंपरे बनारस पहुंचे और अपर नगर आयुक्त बीके द्विवेदी से मुलाकात की। नगर निगम की ओर से कूड़े डंपिंग ग्राउंड में पड़े ढेर का निस्तारण करने के लिए सीएनडीएस जल निगम के तहत क्7 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार की गयी है। जिसको भी उन्होंने देखा।

रमना व करसड़ा प्लांट का किया सर्वे

पिंपरे ने नगर निगम के तहसीलदार अविनाश कुमार के साथ करसड़ा और रमना डंपिंग ग्राउंड जाकर सर्वे भी किया। इससे पहले अपर नगर आयुक्त के साथ बैठक के दौरान उन्होंने बताया कि कूड़े के ढेर को व्यवस्थित ढंग से निस्तारित किया जाए तो उससे काफी रेवेन्यू भी वसूली की जा सकती है। जिस तरह से मुंबई में रोजना निकलने वाला हजारों मीट्रिक कूड़े को अलग-अलग कर उनका निस्तारण किया जाता है और उनसे गैस, खाद भी बनायी जाती है।

करसड़ा प्लांट को चलाने की तैयारी

नगर निगम करसड़ा और रमना प्लांट को चलाने की तैयारी में है लेकिन इसकी कई मशीने प्लांट लगने के बाद से ही काम करना बंद कर चुकी है। पिछले दिनों केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव प्रवीन प्रकाश ने रमना प्लांट का दौरा किया था। उन्हीं निर्देश पर मुंबई म्यूनिसिपॉलिटी के अधिकारी बनारस पहुंचे है।

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मुंबई की प्राइवेट संस्था ने दिखाया इंट्रेस्ट

नगर निगम सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए नये प्लैन पर विचार कर रहा है। गुरुवार को मुंबई की एक निजी संस्था भी नगर निगम अपर नगर आयुक्त बीके द्विवेदी से मुलाकात की। संस्था ने बताया कि इस प्लैन में घर के पास यानी होटल, ग्रुप हाउसिंग, कालोनी और मुहल्लों में छोटे-छोटे वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने का कानून बनाने पर मंथन कर रहा है।

मुंबई की संस्था एक्सल के डायरेक्टर नाथूराम मुंडे व देवेंद्र सिंह ने बताया कि वे देश के कई बड़े शहरों में काम कर रहे हैं। जहां नगर निगम कानून बनाकर संस्था को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दी है। मुंबई की इस संस्था से वार्ता के बाद अगर नगर आयुक्त ने प्रस्ताव बनाकर नगर निगम को देने को कहा है। जिसे नगर निगम सदन पर रख पार्षदों के बीच चर्चा कराई जाएगी। पास होने पर आगे की कार्रवाई होगी।

अपने परिसर में ही लगाये प्लांट

इस प्लान में शहर के सभी होटलों व कालोनाइजरों को आदेश दिया गया है कि वह खुद के परिसर में ही वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का इंतजाम करें। इसके लिए संस्था अधिकतम क्0 मीट्रिक टन का प्लांट लगाते है। इसके लिए निगम अनुदान भी देता है। प्लांट लगाने के बाद संस्था आय-व्यय को लेकर आत्मनिर्भर होती है। प्लांट से बायो गैस के साथ खाद भी बनेगा। प्लास्टिक को री-साइकिलिंग के लिए संबंधित कंपनी में भेज दिया जाएगा।