प्रत्याशी के सत्यापन के नाम पर नेता जी से खुले आम ली जा रही है रिश्वत

आई नेक्स्ट के स्टिंग में हुआ खुलासा, हर प्रत्याशी से मांगे जा रहे है सौ से पांच सौ रुपये

उप जिला निर्वाचन अधिकारी के नाक के नीचे चल रहा खेल

VARANASI

चुनाव आते ही अवैध धन उगाही होना आम बात होती है। मानों चुनाव शुरू होते ही पैसा के लेन देन का मौसम सा आ जाता है। चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी वोट के लिए रकम बांटते है। वहीं अधिकारी भी अपनी क्षमता के अनुसार वसूली में पीछे नहीं रहते हैं। जनता को चूना लगाने वाले नेताओं से वसूली करने का अधिकारियों को भी मौका मिल जाता है। बनारस के सरकारी कर्मचारियों की तो बात ही निराली है। ये नेता बनने जा रहे ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशियों से वसूल रहे है पैसा।

निष्पक्ष चुनाव का दम भरने वाले उप जिला निर्वाचन अधिकारी की नाक के नीचे ही करप्शन का खेल चल रहा है। पंचायत चुनाव में दम दिखाने वाले प्रत्याशियों के निवास और पंचायत टैक्स के लिए नो ड्यूज का सत्यापन के लिए खुले आम सौ रुपये से लेकर भ्00 रुपये मांगे जा रहे है। लेन देन के इस खेल को आई नेक्स्ट ने अपने कैमरे में कैद किया है हरहुआ ब्लॉक पर ।

सत्यापन कराना है जरूरी

पंचायत चुनाव में उतरे प्रत्याशी को नामांकन से पहले प्रत्याशी के नाम व पंचायत में किसी प्रकार के टैक्स का बकाया न होने का सत्यापन कराना जरूरी होता है। इसके लिए ग्राम पंचायत अधिकारी के हस्ताक्षर की जरूरत होती है। इस सत्यापन के लिए वीडीओ मनमाना पैसा वसूल रहे है। इसका खुलासा इस स्टिंग में हुआ।

खुले आम ले रहे 'टैक्स'

हरहुआ ब्लॉक पर सत्यापन कराने पहुंचे प्रत्याशी के साथ आई नेक्स्ट रिपोर्टर भी खुफिया कैमरा लेकर पहुंचे। ब्लॉक परिसर में झोपड़ी में दफ्तर चल रहा था। ग्राम पंचायत अधिकारी खुली हवा में सत्यापन कर रहे थे। प्रत्याशी से सत्यापन कराने के लिए क्00 रुपए, किसी से ख्00 रुपए तो किसी से भ्00 रुपए तक ले रहे थे। जिस वक्त वीडियों रिकॉर्ड किया जा रहा था। वीडीओ ने प्रत्याशी के नो ड्यूज फार्म पर सिग्नेचर किया। इसके बाद कहां कि आप पांच साल तक रहेंगे। पांच साल के लिए कुछ टैक्स तो हमारा हक है। आप दो सौ रुपये ही दे दीजिये।

चुनाव से संबंधित किसी भी काम को करने के लिए वसूली की जा रही है तो कार्रवाई की जाएगी।

-विशाख जी, सीडीओ