बरेली (ब्यूरो)। बॉडी से एक्सेस फैट को कम करने के लिए महिलाएं अलग-अलग तरीका अपनाती हैैं। ऐसे में इंटरमिटेंट फास्टिंग ने लोगों का खूब ध्यान खींचा है। महिलाएं इसे लेकर काफी उत्साहित हैैं। इससे कैलोरी बर्न करने और फिट रहने में काफी मदद मिलती है। डाइटीशियन रोजी जैदी ने कहा कि किसी भी डाइट को करने के लिए यह काफी जरूरी है कि उसे प्रॉपर तरह से करनी चाहिए।

क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग
इंटरमिटेंट फास्टिंग खाने का एक पैटर्न होता है। इसमें खाने और फास्टिंग के बीच लंबे समय का गैप रखना चाहिए। इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब यह नहीं होता हैै कि आपको क्या खाना है, बल्कि यह होता है कि आपको कब खाना है। इस फास्टिंग के कई अलग-अलग तरीके हैं, जिनमें से एक दिन या हफ्ते में खाने का टाइम और पैटर्न को डिवाइड किया जाता है। कई रिसर्च में भी पाया गया है कि एक दिन में कुछ घंटे या सप्ताह में एक या दो दिन फास्ट रखने से बॉडी से कई तरह की टॉक्सिटी दूर हो जाती है

तीन तरह की फास्टिंग
वन डे फास्टिंग: इस में एक दिन प्रॉपर खाना खाना चाहिए। वहीं अगले दिन पूरे तरह फास्ट रखें और 500 कैलोरी या उससे कम का खाना खाए।

5:2 फास्टिंग : हफ्ते भर में पांच दिन नॉर्मल डाइट लें और दो दिन फास्ट रखें

डेली टाइम लिमिट फास्टिंग: इस में डेली खाना खाएं, लेकिन खाने में लगभग आठ घंटे का गैप हो।


कैसे करें फास्टिंग
डाइटीशियन्स के अनुसार इंटरमिटेंट फास्टिंग काफी आसान होती है। इसमें हमें कम से कम 10 से 16 घंटे का फास्ट रखना होता है। इससे बॉडी वेट लॉस करने में मदद मिलती है साथ ही कैलोरी भी बर्न होती है। इसके करने के वैसे तो कई तरीके होते हैैं जैसे कि डिनर करने के बाद कुछ न खाएं और ब्रेकफास्ट भी स्किप कर दें। ऐसे में रात में आठ घंटों की नींद हो गई और दूसरा ब्रेकफास्ट स्किप कर दें। वहीं 12 बजें तक कुछ न खाएं। इस हिसाब से आपके 16 घंटे का फास्ट हो गया। वहीं बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए अलग-अलग एंर्जी लेने के लिए ड्रिंग लेनी चाहिए। जैसे की शिकंजी, जूस अलग-अलग चीजें खा सकते हैैं।

क्या है फायदे
इसे लेकर कई रिसर्च हुई है, जिसमें पाया गया है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग वजन कम करने में काफी मदद करता है। इसके अलावा हार्ट में ब्लड फ्लो बेहतर रखता है, मस्तिष्क में भी सुधार रखता है, बॉडी से एक्सिस फैट को भी घटाता है। इसके अलावा बॉडी में इंसुलिम के प्रतिरोध में भी काफी सुधार लाता है, शुगर को कंट्रोल करता है। इसके अलावा कई तरह की हो रही बीमारियों से भी बचाता है।

इनका करें सेवन
डाइट के दौरान लोगों को लो कार्बोहाइड्रेट, गुड फैट, हाई प्रोटीन डाइट लेनी चाहिए। इसके अलावा फैट को कम करने के लिए नो शुगर और नो फाइड चीजें खानी चाहिए तभी कही वेट लॉस होगा। इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान फल, सब्जियां, जई, ब्राउन राइज, दाल, नट्स, दूध आदि चीजों का सेवन करें। जितनी देर भी फास्टिंग करें डिसिप्लीन के साथ करें तभी रिजल्ट मिलता है।


यह डाइट बॉडी को हेल्दी और ऑर्गन को फिट रखने के लिए काफी फायदेमंद है। लोगों को अपने खाने को स्मॉल पोर्शन में डिवाइड करना चाहिए। इसके अलावा अपनी डाइट को एक परफेक्ट मैनर में रखना चाहिए। अगर कोई डिजीज है तो थोड़ा संभल कर डाइट करें।
-हरविंदर पुरी, डाइटीशियन

मैैं तो इस डाइट को फिट रहने के लिए काफी फॉलो करती हूं। इसके पीछे परपज यह है कि हम मन का खा भी सकें और बॉडी भी पूरी तरह फिट भी रह सके।
-एकता

हैल्दी रहने के लिए टाइम-टाइम पर फास्ट करते रहना चाहिए, जिससे ऑर्गन्स को डीटॉक्सीफाई होने में मदद मिलती है। मैैं यह फास्टिंग करती रहती हूं।
ऋचा

यह काफी अच्छी डाइट होती है। मैैं हफ्ते में दो बार तो इंटरमिटेंट फास्टिंग पर रहती हूं। इससे बॉडी से एक्सेस फैट बर्न होता है। हर किसी को इसे फॉलो करना चाहिए।
दीपा