-संस्कृत यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन व स्टूडेंट्स के बीच हुआ समझौता, आंदोलन खत्म

-विवाद के केंद्र बिंदु रहे असिस्टेंट प्रॉक्टर को देना पड़ा रिजाइन

VARANASI

संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा छात्रसंघ भंग करने की धमकी छात्र आंदोलन पर भारी पड़ गया। आंदोलन के पांचवें दिन गुरुवार को छात्र वार्ता के लिए राजी हो गए। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन व स्टूडेंट्स के बीच वार्ता सफल रही। छात्रों ने दोपहर बाद आंदोलन वापस ले लिया। हालांकि विवाद के केंद्र बिंदु रहे सहायक प्रॉक्टर डॉ। दिनेश गर्ग को रिजाइन करना पड़ा। बता दें कि मार्कशीट व सर्टिफिकेट की प्रिंटिंग खराब होने के कारण नई डिग्री जारी करने व सहायक प्रॉक्टर डॉ। गर्ग को निलंबित कराने की मांग को लेकर छात्र एक मई से धरना-प्रदर्शन कर रहे थे।

दोनों ओर से हुआ एफआईआर

आंदोलन के बीच छात्रसंघ के पदाधिकारी व शिक्षक दोनों मारपीट का आरोप लगाते हुए एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी। दूसरी ओर छात्रों के आंदोलन से एनुअल एग्जाम की तैयारी प्रभावित हो रही थी। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रसंघ पदाधिकारियों को नोटिस देकर छात्रसंघ भंग करने तक की चेतावनी दी। इसके बाद छात्रों का रूख बदल गया। अंतत: छात्रसंघ के पदाधिकारी वार्ता के लिए तैयार हो गए।

वार्ता में ये रहे शामिल

स्टूडेंट्स से वार्ता में वीसी प्रो। यदुनाथ दुबे, विनयाधिकारी प्रो। शीतला प्रसाद उपाध्याय, छात्रसंघ के अध्यक्ष जितेंद्रधर द्विवेदी, उपाध्यक्ष शिवशंकर यादव, महामंत्री जितेंद्र कुमार, पुस्तकालय मंत्री सूर्य प्रकाश उपाध्याय के अलावा दो और छात्रनेता व कर्मचारी संघ अध्यक्ष, महामंत्री व एक और कर्मचारी नेता भी शामिल थे।

इन पॉइंट्स पर बनी बात

-मार्कशीट व सर्टिफिकेट की क्वालिटी की जांच के लिए गठित होगी उच्च स्तरीय समिति।

-डॉ। दिनेश गर्ग का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार।

-दोनों ओर से वापस होंगे एफआईआर।

-छात्रसंघ भवन का होगा सुंदरीकरण।

-छात्रसंघ में नियुक्ति होंगे लिपिक व परिचारक।

-हॉस्टल में लगेंगे वाटर कूलर।