-चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए केंद्र से मांगी थी चुनाव आयोग ने फोर्स

-गृह मंत्रालय ने दिया 40 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स भेजने का आश्वासन

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पैरामिलिट्री फोर्स की निगहबानी में प्रधानी चुनाव होगा। मतगणना पर भी पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स की नजर रहेगी। सभी चुनाव की अपेक्षा प्रधानी चुनाव में हिंसा की घटनाएं अधिक होती है। इस बात को चुनाव आयोग ने भी माना था और उसे शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए चिंता जताई थी। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को पूरी ताकत झोंकने के साथ गृह मंत्रालय से मदद मांगी थी। चुनाव आयोग की डिमांड पर गृह मंत्रालय 40 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स भेजेगा। इस आश्वासन के बाद चुनाव आयोग ने राहत की सांस ली है।

पुलिस, पीएसी, होमगार्ड के सहारे हुआ था पंचायत चुनाव

जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के बाद जिला प्रशासन ने खूब वाहवाही बटोरी थी। मगर कुछ दिन पहले आए चुनाव आयुक्त ने बनारस को संवेदनशील की लिस्ट में टॉप थ्री पर रखते हुए प्रधानी चुनाव को सबसे अधिक हिंसात्मक की लिस्ट में रखा था। साथ ही सभी अधिकारियों को गंभीरता के साथ बारीकी से नजर रखने का आदेश दिया था। क्योंकि गांव और रिश्तेदारी में होने वाला चुनाव बहुत जल्दी हिंसात्मक रूप ले लेता है। इस अंदेशे को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने गृह मंत्रालय से पैरामिलिट्री फोर्स की डिमांड की थी, जो पूरी हो गई है। अब प्रधानी चुनाव में मतदान और मतगणना पैरामिलिट्री फोर्स की निगरानी में होगा। जबकि जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य में मतदान और मतगणना की जिम्मेदारी अधिकतर बूथों पर पुलिस, पीएसी या फिर अकेले होमगार्ड ने संभाली थी।

चार चरणों में है चुनाव और 12 को मतगणना

प्रधानी चुनाव में मतदान चार चरणों में होगा। पहले चरण का मतदान 28 नवंबर, दूसरे चरण का मतदान 1 दिसंबर, तीसरे चरण का मतदान पांच दिसंबर और चौथे चरण का मतदान 9 दिसंबर को होगा। जबकि मतगणना एक साथ 12 दिसंबर को होगी। इसके लिए मतदान कर्मियों की ट्रेनिंग सांस्कृतिक संकुल में चल रही है।