- वॉल्व वाला मास्क पहनना है खतरनाक, कोरोना से बचाएगा थ्री लेयर मास्क
जब से कोरोना वायरस ने दुनिया में दस्तक दी है तब से इससे जुड़ी जानकारियां बाहर आ रही हैं। ये वायरस कैसे फैलता है। किसी चीज पर कितने देर जीवित रहता है। इसका व्यवहार कैसा है। इसको लेकर आये दिन रिसर्च सामने आ रहे हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी की गयी है। मसलन, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना आवश्यक किया है। लेकिन मास्क कैसा हो इस पर लोगों के मन में कन्फ्यूजन है। कोई सामान्य मास्क लगा रहा है तो कोई एयर वॉल्व वाला एन 95 मास्क लगा रहा है। इसी बीच बुधवार को सेंट्रल हेल्थ मिनिस्ट्री ने एडवाइजरी जारी कर वॉल्व वाले मास्क लगाने से मना किया है। आइये हम आपको बताते हैं कौन सा मास्क पहनना सेफ है और कैसे उसे लगाना है।
इन मास्क से बनायें दूरी
- बाजार में बिकने वाले फैशनेबुल मास्क बिल्कुल भी यूज न करें
- ऐसे मास्क भी इस्तेमाल न करें जो दो लेयर के हों
- फिलहाल वॉल्व वाले मास्क पहनना भी खतरनाक है
- इसलिए बाजार में बिकने वाले वॉल्व वाले मास्क का यूज न करें
- घर में बने मास्क वही कारगर हैं जो तीन लेयर में बने हों
- सर्जिकल मास्क भी कोरोना वायरस रोकने में बेकार है
- फुटपाथ पर बिकने वाले मास्क भी यूज न करें
इस मास्क का करें प्रयोग
- डब्ल्यूएचओ और हेल्थ मिनिस्ट्री की गाइडलाइन के अनुसार थ्री लेयर मास्क ही पहने
- थ्री लेयर मास्क आसानी से मार्केट में है अवेलेबल
- थ्री लेयर मास्क में होती हैं तीन परतें
- बाजार में मिल रहे अच्छे ब्रांड का थ्री लेयर मास्क ही यूज करें
ऐसे पहचानें थ्री लेयर मास्क
- थ्री लेयर मास्क में तीन लेयर होती हैं
-ये तीन परतों में बाहर हाइड्रोफोबिक, बगैर बुनी होती है।
-बीच की परत सफेद मेल्ट ब्लोन लेयर की होती है
- सबसे अंदर की परत मुलायम होती है
- ट्रिपल लेयर मास्क के बीच की परत कागज की नहीं होती है
-थ्री लेयर मास्क की सबसे बाहरी परत वाटरप्रूफ होती है
- इस मास्क की बीच की परत पसीना पानी, नमी को सोख लेती है मगर सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं होती है।
- इस मास्क के बीच वाली परत में इलेक्ट्रो गुण होते हैं
- बीच के लेयर में अधिक छेद नहीं होता है
इसका भी रखें ध्यान
जितना इंपॉटर्ेंट थ्री लेयर मास्क है उतना ही उसे सही ढंग से पहनना भी आवश्यक है। मास्क पहनने से पहले अपने हाथों को अच्छे से सेनेटाइज करें।
हाथों से न छुएं मुंह
मास्क को लगाते हुए उसे बारीकी से ऐसे पकड़ें कि वह पूरे हाथों से न छूने पाये। मास्क लगाने के बाद उसे बिल्कुल भी न छुएं। ऐसा करना खतरनाक है।
निकालने में भी सावधानी
मास्क लगाना और पहनना जितना महत्वपूर्ण है उतना ही उसे निकालना भी है। मास्क उतारते हुए उसे तुरंत या तो डिस्पोज करें या फिर सेनेटाइज करें।