-शहर के पुराने इलाकों में छिनैतों का गैंग एक्टिव

-चौक, मैदागिन, कबीरचौरा में जाम लगने के दौरान अक्सर लोगों को निशाना बना गुम हो जा रहे बदमाश

VARANASI

Case-1

जैतपुरा के अनूप यादव दो दिन पहले अपनी पत्‍‌नी के साथ चौक की ओर बाइक से जा रहे थे। नीचीबाग पर जाम में फंसे थे। इस दौरान एक युवक पैदल आया और पत्‍‌नी के हाथों से बैग छीनकर गली में भाग गया।

Case-2

कबीरचौरा में जाम में फंसे राहुल के पीछे के पॉकेट से एक युवक ने पर्स निकाल लिया। राहुल जब तक कुछ समझ पाता तब तक बदमाश राहुल को गच्चा देकर काशीपुरा की ओर भाग निकला।

ये दोनों वारदातें ये बताने के लिए काफी हैं कि शहर के कुछ इलाकों में जाम में फंसना पब्लिक के लिए कितना बड़ा मुसीबत का सबब बन सकता है। क्योंकि यहां जाम में फंसने पर आपको बदमाश निशाना बनाकर भारी नुकसान दे सकते हैं। इसलिए जाम में फंसे तो जरा बचकर रहे।

यहां ऐसी वारदातें हैं आम

-चौक, मैदागिन, गौदालिया, कबीरचौरा और नीचीबाग में ऐसी वारदातें आम हैं

-अक्सर लोग घटना के बाद पुलिस के पास भी नहीं जाते

- वजह बेवजह की किचकिच में नहीं पड़ना चाहते घटना के शिकार

- इन इलाकों में जाम लगने पर लोग घंटों गाड़ी रोककर खड़े रहते हैं

- इसी का फायदा उठाकर बदमाश वारदात करके गली में भाग जाते हैं

गली है इनका सेफ जोन

- बदमाशों का गली में भागना उनको सेफ करता है

- गलियों में कोई भागकर इनके पीछे नहीं जाता

- भुक्तभोगी भी जब तक कुछ समझ पाता है तब तक बदमाश गली थाम चुके होते हैं

- इस वजह से भुक्तभोगी भी जाम में इनके पीछे नहीं भाग पाता

- पुलिस अब तक ऐसे किसी गैंग के मेम्बर को ट्रेस नहीं कर सकी है