-दादर एक्सप्रेस मामले की सौंपी ज्वाइंट रिपोर्ट

-लोहता स्टेशन मास्टर ने बिना गार्ड की है ट्रेन की दी थी सूचना

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गोरखपुर-कुर्ला दादर एक्सप्रेस को बिना गार्ड के चलाने के मामले में लोको पायलट, दोनों गार्ड व लॉबी इंचार्ज को दोषी माना गया है। इस घटना की ज्वाइंट रिपोर्ट में चार रेलकर्मी दोषी करार दिए गए हैं। पिछले गुरुवार को कैंट स्टेशन पर हुई घटना की रिपोर्ट जांच अधिकारियों ने सक्षम अधिकारी को सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लोको पायलट को बिना गार्ड के ट्रेन नहीं चलाना चाहिए था। यही नहीं जिस गार्ड ने ट्रेन को गोरखपुर से कैंट स्टेशन लाया था उसे आगे ले जाने वाले गार्ड को चार्ज सौंपे बिना नहीं जाना चाहिए था। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेन को कैंट स्टेशन से इलाहाबाद की ओर ले जाने वाले गार्ड की उपस्थिति गार्ड लॉबी में दर्ज नहीं थी। इस दशा में इंचार्ज को दूसरी व्यवस्था देनी चाहिए थी। जिस गार्ड की कैंट स्टेशन से ड्यूटी थी, उसने लॉबी में नहीं आने की सूचना क्यों नहीं दी। हालांकि ज्वाइंट रिपोर्ट के बाबत सभी आरोपियों का बयान लिया जाएगा। इसके लिए लोको पायलट, लॉबी इंचार्ज व दोनों गार्ड पूछताछ के लिए डिवीजन ऑफिस लखनऊ भी बुलाए जा सकते हैं।

स्टेशन मास्टर को मिलेगा पुरस्कार

बहरहाल इस मामले में लोहता स्टेशन मास्टर अमरेंद्र त्रिपाठी को तारीफ मिल रही है, क्योंकि उन्होंने ही पकड़ा था कि दादर एक्सप्रेस बिना गार्ड के जा रही है। इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी गई जिसके निर्देश पर ट्रेन को चौखंडी स्टेशन पर रोका गया था। आनन-फानन में गार्ड को कैंट स्टेशन से कार द्वारा चौखंडी भेजा गया। इस कारण ट्रेन वहां लगभग ब्भ् मिनट खड़ी रही। उधर इस घटना में चार रेल कर्मियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।