-बीपीएल धारकों को दर-दर ढूंढ रही गैस कंपनीज, मुखिया के नाम को लेकर असमंजस की है स्थिति

-2011 के जनगणना में शामिल बीपीएल कार्ड धारकों को मिलना है उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन

VARANASI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अति महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना की राह में हजारों अड़चनें आ रही हैं। बीपीएल लाभार्थियों को दर-दर ढूंढने के लिए गैस कंपनीज गांव से शहर, शहर से गांव का चक्कर लगा रही हैं। बीपीएल कार्ड में दर्ज फुल एड्रेस क्लीयर नहीं होने से लाभाथिर्यों की तलाश करना टेढ़ी खीर साबित हो रही है। यदि लाभार्थी मिल भी रहे हैं तो महिला मुखिया नहीं मिल रही हैं, जिनके नाम से उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन जारी करना है। यही नहीं, बैंक एकाउंट भी उनके नाम से नहीं मिल रहे हैं। सबसे जरूरी माना जाने वाला आधार कार्ड भी आधा अधूरा ही लाभार्थियों के पास है। ऐसी तमाम अड़चने हैं जो लाभार्थियों के घर में लौ जलाने में बाधक बनी हुई हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय के आदेश पर पेट्रोलियम कंपनीज ने ख्0क्क् में हुए जनगणना के तहत डिस्ट्रिक्ट में कुल डेढ़ लाख बीपीएल कार्ड धारकों को गैस कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य रखा है।

कार्ड में कुछ, हकीकत में सन्नाटा

पेट्रालियम कंपनीज से जारी लिस्ट के अनुसार गैस कंपनीज जब बीपीएल कार्ड लाभार्थियों के घर पहुंच रही हैं तो वहां न तो मुखिया मिल रहे हैं और न ही घर के अन्य सदस्य। पड़ोसियों से पूछने पर पता चल रहा है कि काम के तलाश में दूसरे जिलों या फिर राज्यों की ओर से कूच कर गये हैं। वहीं दूसरी तरफ जो लिस्ट मिली है उसमें एग्जेक्ट लोकेशन किसी लाभार्थी का नहीं मिल रहा है।

पहुंचने पर नहीं मिल रहा खाता

गैस कंपनीज के सामने ढेरों मुसीबतें मुंह बाये खड़ी मिल रही हैं। उज्ज्वला योजना के तहत परिवार में महिला मुखिया को ही गैस कनेक्शन देना है। लेकिन अधिकतर परिवारों में परिवार के मुखिया पुरुष मिल रहे हैं। कुछ महिलाएं मिल भी रही हैं तो उनके नाम से बैंक खाता नहीं है, आधार कार्ड नहीं है तो ऐसे में गैस कंपनीज उनका बैंक एकाउंट भी खुलवा रही हैं और आधार कार्ड भी बनवा रही हैं। ऐसी प्रॉब्लम्स सबसे अधिक रूरल एरिया में आ रही हैं।

महिला मुखिया को ही कनेक्शन

अभी तक लगभग साढ़े बारह सौ लाभार्थियों को गैस कनेक्शन जारी किया गया है। गैस कंपनीज में पहुंच कर इस योजना का लाभ लेने का दावा कर रहे लोगों का नाम यदि लिस्ट में नहीं है तो फिर उन्हें इस योजना के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। यहीं नहीं, बीपीएल परिवार में किसी के नाम से गैस कनेक्शन पहले से जारी हुआ है तो उस परिवार को इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता।

मंत्रालय से जो लिस्ट मिली है उसी के अनुसार बीपीएल कार्ड धारकों को उज्जवला योजना का लाभ दिया जा रहा है। हालांकि एग्जेक्ट एड्रेस नहीं होने के कारण लाभार्थियों को ढूंढना बहुत मुश्किल भरा काम है। फिर भी उन्हें तलाशा जा रहा है।

सत्यम मिश्रा, रीजनल मैनेजर

इंडियन ऑयल

अधिकतर लाभार्थी जिले में मौजूद नहीं हैं। काम के तलाश में दूसरे स्टेट्स को कूच कर गये हैं। जो मिल भी रहे हैं, तो उनमें से किसी का बैंक एकांउट नहीं है तो कोई बिना आधार कार्ड का है। मुखिया चयन में भी बहुत दिक्कतें आ रही हैं।

कुमार अग्रवाल

अध्यक्ष

वाराणसी एलपीजी वितरक संघ

ले सकते हैं चूल्हा भी

बीपीएल लाभार्थी कनेक्शन के साथ यदि चूल्हा लेना चाहता है तो उसे चूल्हा भी मिल जाएगा। चूल्हा लेते समय एक पैसा नहीं देना होगा। बाद में सब्सिडी की धनराशि से यह कई किश्तों में लिया जाएगा। कनेक्शन के बाद गैस री-फिल कराने पर मार्केट दर पर भुगतान करना होगा, सब्सिडी का पैसा बाद में संबंधित कनेक्शन धारक के एकाउंट में पहुंच जाएगा। कंपनी द्वारा जो चूल्हा मुहैया कराया जाएगा उसकी कीमत 990 रुपये है।

क्म् सौ रुपये का लाभ

-सिलिंडर------क्ख्भ्0

-रेग्युलेटर ------क्भ्0

-पाइप --------क्00

-स्टालेशन चार्ज 7भ्

-नीली बुक------ख्भ्

साल में बारह सब्सिडी वाले सिलिंडर

आम उपभोक्ताओं को साल में सब्सिडी वाले क्ख् सिलिंडर मिलते हैं। इसके बाद जरूरत पर बाजार दर से लेना होता है। यही लाभ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत लिए गए कनेक्शन पर भी मिलेगा।

कहां करें आवेदन

नए गैस कनेक्शन के लिए शहर के बीपीएल महिलाओं को क्षेत्रीय गैस एजेंसी में जाना होगा। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र के बाशिंदे भी अपने नजदीकी गैस एजेंसी पर आवेदन करेंगे। एजेंसियों में आवेदन फॉर्म उपलब्ध है। फॉर्म भर कर जमा करने पर तीन दिन में कनेक्शन मिल जाएगा। फॉर्म संग आधार कार्ड व बैंक पासबुक की प्रति लगानी होगी।