-यूपी कॉलेज में छात्रनेता विवेक की हत्या के बाद अन्य छात्रों ने भी डर से छोड़ा हॉस्टल

-कैंपस के अंदर-बाहर पुलिस सहित पीएसी हुई तैनात

यूपी कॉलेज में बीकॉम सेकेंड ईयर के छात्र विवेक सिंह की हत्या के बाद अन्य छात्र-छात्राओं में भय का माहौल है। सोमवार की सुबह जहां पठन-पाठन बाधित रहा तो वहीं पूरा कैंपस छावनी में तब्दील रहा। पीजी हॉस्टल के अधिकतर छात्र रूम पर ताला जड़कर घर की ओर निकल गए। अन्य हॉस्टल के स्टूडेंट्स भी घटना के बाद रूम छोड़ दिए। घटना के चश्मदीद चंद छात्र ही बचे हुए हैं जो हॉस्टल में हैं। पुलिस का कड़ा पहरा हॉस्टल के बाहर है। कॉलेज के अंदर-बाहर कई थानों की पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। सीओ कैंट डॉ। अनिल कुमार, सीओ कोतवाली बृजनंदन राय और सीओ चेतगंज अंकिता सिंह ने कॉलेज में चक्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था को जांचा-परखा। कुछ टीचर्स से भी बातचीत कर घटना के बाबत जानकारियां हासिल कीं। उधर, घटना के बाद भोजूबीर की अधिकतर दुकानें बंद रहीं। दुकानों के बाहर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे।

बिना सीसीटीवी कैमरा के हॉस्टल

यूपी कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था एकदम ध्वस्त है। इस बात को छात्रों ने भी स्वीकारा है। सुरक्षा के नाम पर सिर्फ मेन गेट के पास प्राचीन भवन पर पीआरवी के जवान होते हैं। जब गोली मारी गई तो एक छात्र दौड़कर गया और पुलिस को जानकारी दी थी। हॉस्टल में न तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और न ही सुरक्षा कर्मी कभी पहरा देते हैं। रजिस्टर भी मेंटेन नहीं किया जाता है कि हॉस्टल में कौन आया कौन गया? छात्रों ने बताया कि सिक्योरिटी को लेकर कई बार कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन से शिकायत की गई लेकिन हर बार उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। यदि सीसीटीवी कैमरा होता तो हमलावरों की शिनाख्त करने में आसानी होती। यह बात पुलिस भी मान रही है।

आए दिन होती थी दारू-मुर्गा पार्टी

कुछ छात्रों की मानें तो हॉस्टल में बाहरी छात्रों का जुटान पूर्व से ही होता रहा है। आए दिन दारू-मुर्गा पार्टी का दौर हॉस्टल में चल रहा था। छात्र नेताओं के साथ बाहरियों का जुटान अक्सर हॉस्टल में होता रहा है। दिन चाहे रात, कोई भी हॉस्टल से अंदर-बाहर कर सकता है। किसी तरह की कोई आईडी चेक नहीं होती है।