- यूपीएमटी की फीस वापसी में अभी और करना होगा इंतजार

- नीट से सीटें भरने के फैसले के बाद यूपीएमटी हुआ था रद्द

- यूपीएमटी के लिए 12,250 कैंडिडेट्स ने जमा की थी फीस

- यूनिवर्सिटी ने अभी तक शुरू नहीं की फीस वापसी प्रक्रिया

DEHRADUN: उत्तराखंड प्री मेडिकल/प्री डेंटल टेस्ट (यूपीएमटी) के लिए आवेदन करने वाले हजारों कैंडिडेट्स को फीस वापस मिलने में अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा। एग्जाम का जिम्मा संभाल रही एचएनबी उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी के ढीले रवैये के चलते अभी तक फीस वापसी को लेकर कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। हालांकि यूनिवर्सिटी अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया को पारदर्शी रखने के लिए वक्त लग रहा है।

अभी तक नहीं हुई फीस वापसी

बीते माह देश भर के मेडिकल कॉलेजेज की एमबीबीएस और बीडीएस की सीटों को नीट से भरने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यूपीएमटी एंट्रेंस एग्जाम रद्द कर दिया गया था। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने यूपीएमटी एग्जाम के लिए आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स की फीस वापस करने का निर्णय लिया था। लेकिन फैसले के करीब तीन हफ्ते बीत जाने के बाद भी अभी तक फीस वापसी को लेकर कोई जानकारी कैंडिडेट्स को नहीं दी गई।

क्ख्,ख्भ्0 कैंडिडेट्स की वापस होनी है फीस

हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी ने यूपीएमटी में आवेदन के लिए जनरल कैटेगरी के लिए ख्,000 और एससी/एसटी के लिए क्ब्00 रुपए फीस निर्धारित की थी। इसी फीस के अनुसार कैंडिडेट्स ने भारी संख्या में आवेदन किया था। संख्या पर गौर करें तो यूपीएमटी के लिए कुल क्ख्,ख्भ्0 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन के बाद फीस जमा की थी। लेकिन नीट से प्रदेश की सीटों को भरने के सरकार के फैसले के बाद यूपीएमटी एग्जाम कैंसिल हो गया। जिस कारण स्टूडेंट्स एग्जाम से महरूम रह गए। हालांकि इन कैंडिडेट्स की फीस वापसी करने का फैसला लिया जा चुका है, लेकिन फीस कब तक वापस होगी यह कहना मुश्किल है।

वर्जन----

फीस वापसी की प्रक्रिया बेहद संवेदनशील है। इसी को देखते हुए यूनिवर्सिटी एक ऐसी प्रक्रिया का निर्माण कर रही है, जिससे किसी भी कैंडिडेट की फीस को लेकर कोई कंफ्यूजन न हो। यही कारण है कि प्रक्रिया में थोड़ा विलंब हो रहा है।

--- डा। विजय जुयाल, रजिस्ट्रार, हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी