-जल संस्थान के कॉल सेंटर में 12 अक्टूबर तक 545 कंप्लेन दर्ज, सिर्फ 113 निस्तारित

देहरादून, ब्यूरो: कॉल सेंटर में पेंडिंग सैकड़ों शिकायतें इस ओर इशारा कर रही हैं। कॉल सेंटर में 12 अक्टूबर तक 545 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जिसमें से केवल 113 शिकायतें ही निस्तारित की गई। बाकी 432 शिकायतें वर्तमान में पेंडिंग चल रही हैं। खास बात यह है कि केवल दून ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी पेयजल की समस्या से पब्लिक जूझ रही है। जन शिकायतों के निस्तारण की सुप्त गति से लोगों में जल संस्थान के प्रति भारी आक्रोश है।

हालांकि जल संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि पेयजल की कंप्लेन को 24 घंटे में निस्तारित किया जा रहा है। समस्या का समाधान न होने तक प्रभावित क्षेत्र को टैंकरों के जरिए पानी मुहैया कराया जा रहा है, लेकिन टोल फ्री नंबर पर दर्ज शिकायतें संस्थान के अधिकारियों के दावों को झुठला रही है। इस संबंध में जब जल संस्थान की सीजीएम नीलिमा गर्ग से मोबाइल पर संपर्क किया गया, तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।

20 परसेंट कंप्लेन भी समय पर निस्तारित नहीं
सबसे दीगर पहलू यह है कि कॉल सेंटर पर केवल 20 प्रतिशत के करीब ही कंप्लेन दर्ज होती है। अमूमन कंज्यूमर तभी कॉल सेंटर पर कंप्लेन करता है, जब डिवीजन स्तर से शिकायत का निस्तारण नहीं होता है। 80 फीसद शिकायतें डिवीजनों में ही दर्ज होती है। ऐसे में समझा जा सकता है कि जब कॉल सेंटर की 20 फीसदी कंप्लेन ही निस्तारित नहीं हो रही है, तो 80 फीसदी कंप्लेंस का हाल क्या होगा, इसका सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है।

इन डिवीजनों में सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज
डिवीजन टोटल कंपलेन पेंडिंग
साउथ 62 39
रायपुर 17 10
वल्र्ड बैंक 75 63
हरिद्वार 29 22
देवप्रयाग 21 19
कोटद्वार 48 46
उत्तरकाशी 20 16
हल्द्वानी 58 48
यूएसनगर 58 50

सीवरेज और लीकेज से भी पब्लिक परेशान
कॉल सेंटर में पानी की समस्या के साथ ही सीवरेज और लीकेज की समस्या से भी पब्लिक परेशान है। दून के साथ ही हरिद्वार, कोटद्वार और ऊधमसिंह नगर में लीकेज के साथ ही सीवर के ओवर फ्लो की सर्वाधिक शिकायतें हैं। दून में ट्यूजडे तक सीवर से संबंधित 19 शिकायतें पेंडिग चल रही है। जबकि हरिद्वार में 12, यूएसनगर में 11 और कोटद्वार में 4 शिकायतें लंबे समय से लंबित चल रही है। हरिद्वार में सीवरेज चोक की सर्वाधिक 10 कंप्लेन पेंडिंग है।

कई कंप्लेन छह माह पुरानी
कॉल सेंटर में दर्ज कंप्लेन 4 से 6 माह तक पुरानी है, जिनका संज्ञान नहीं लिया गया है। उदाहरण के तौर पर कॉल सेंटर पर गौड़ चंद निवासी नथुवावाला नियर नागराज मंदिर ने 26 अप्रैल 2022 को पानी की कंप्लेन दर्ज कराई, जो आज तक निस्तारित नहीं हुई। इसी तरह 1 जून 2022 को 18 न्यू सर्वे रोड नियर विकास भवन निवासी एमएल गांधी ने भी लीकेज की कंप्लेन कराई, जो आज भी कॉल सेंटर में निस्तारित न होनी दर्शाई गई हैं।
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