देहरादून ब्यूरो। बीती रात पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि सुद्धोवाला चौक के पास वंश मेडिकल स्टोर पर लोगों को प्रतिबंधित दवाएं बेची जा रही हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम ने उक्त मेडिकल स्टोर पर दबिश दी तो मेडिकल स्टोर संचालक और उसका भाई प्रतिबंधित नशीली दवाएं बेचते पकड़े गये। मेडिकल स्टोर की तलाशी लेने पर पुलिस टीम को नशीली दवाओं की बड़ी खेप बरामद की।

बिना लाइसेंस मेडिकल स्टोर
पूछताछ करने पर मेडिकल स्टोर संचालक ने बताया गया कि वह और उसका भाई केमिस्ट की दुकान चलाते हैं। ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में सामान्य दवाओं की आड़ में नशीली नशीली दवाओं को नशे के आदी नौजवानों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं। उनके पास दवाओं को बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है। दोनों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध थाना प्रेमनगर में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रतिबंधित दवाओं के बैच नम्बरों से उक्त दवा निर्माता और स्रोतों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

आरोपियों की पहचान
- कृष्ण कुमार पुत्र रमेश चन्द्र निवासी बल्लूपुर फ्रेंड्स कालोनी थाना कैंट देहरादून।
- विनय कुमार पुत्र रमेश चन्द्र निवासी 76 बल्लूपुर फ्रेंड्स कालोनी थाना कैंट देहरादून।

धर्मपुर से खरीदते हैं दवाएं
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे वर्ष 2013 से दवा बेच रहे हैं। उनके पास दवाओं को बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है। वे इन दवाओं की कालाबाजारी कर नशे के आदी लोगों को ऊंचे दामों में बेचते हैं। उनकी सुद्धोवाला चौक पर ही वंश मेडिकल स्टोर तथा आयुष मेडिकल स्टोर के नाम से दो दुकाने हैं। पूर्व में वे सुद्धोवाला चौक पर ही किराये पर दुकाने चलाया करते थे। अब अपनी दुकानें खरीद ली हैं, जिनमें वे मेडिकल स्टोर चलाते हैं। प्रतिबंधित दवाइयां वे रेसकोर्स निवासी इंद्रजीत नामक व्यक्ति से खरीदते हैं। वह धर्मपुर में दवाओं का डिस्ट्रीब्यूटर है। हमारे द्वारा उक्त सभी प्रतिबन्धित नशीली दवाएं कुछ दिन पहले ही इन्द्रजीत से खरीदी गयी थी।

बरामद दवाइयां
- ट्रामाडॉल के 56448 कैप्सूल
- एल्फ्राजोलाम के 11400 टैबलेट

- बरामद माल का अनुमानित मूल्य
50 लाख रुपये।

पुलिस टीम को 40 हजार इनाम
भारी मात्रा में नशीली दवाओं की बरामद करने वाली पुलिस टीम को आईजी गढ़वाल ने 40000 रुपये और एसएसपी देहरादून ने 20000 रुपये नगद पुरुस्कार देने की घोषणा की गयी।