- मनोरंजन कर विभाग द्वारा की गई है केबल ऑपरेटर्स पर सख्ती

- उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में चल रहे एक दर्जन से ज्यादा पाक चैनलों की लिस्ट जारी

DEHRADUN: एलओसी पर आर्मी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जहां एक तरफ आर्मी ने बॉर्डर एरियाज की चौकसी बढ़ा दी है, वहीं पाकिस्तानी टीवी चैनल चलाने वाले केबल ऑपरेटर्स पर भी खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर है। इसी के चलते मनोरंजन कर विभाग ने प्रदेश के सभी केबल ऑपरेटर्स पर सख्ती की है।

सुरक्षा एजेंसियों ने जारी की लिस्ट

खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने अलग-अलग राज्यों को ऐसे एक दर्जन से ज्यादा पाकिस्तानी चैनलों की लिस्ट जारी की है जिनके उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में प्रसारित होने की खबर है। इस सूचना के तहत मनोरंजन कर विभाग को एक-एक केबल ऑपरेटर से संपर्क कर जानकारी मांगी गई है। उत्तराखंड की बात की जाए तो राजधानी समेत, ऊधमसिंह नगर, कोटद्वार, हरिद्वार के कुछ इलाकों में खुफिया एजेंसियों को इन चैनलों के चलने की खबर मिली थी। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने इस बाबत विस्तृत जांच भी की थी।

जेहादी चैनलाें पर रोक

खुफिया सूत्रों के अनुसार केन्द्र द्वारा उन पाकिस्तानी खुफिया चैनलों के बारे में जानकारी लेने के लिए कहा गया है जिसमें जेहाद सम्बंधी प्रोग्राम चलते हैं। इसके अलावा पाकिस्तान के कुछ टीवी चैनल भी इस सूची में शामिल हैं। सूत्रों का ये भी कहना है कि सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने और भारत विरोधी कार्यक्रम कुछ चैनलों पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से चलने लगे थे। इसके बाद से ही खुफिया एजेंसियों ने मामले में सख्ती दिखाते हुए मॉनिटरिंग शुरू की है।

मनोरंजन कर विभाग

बताया जा रहा है कि मनोरंजन कर विभाग को भी पाकिस्तानी टीवी चैनलों की मॉनिटरिंग के सख्त निर्देश दिए गए हैं। मनोरंजन कर विभाग के अधिकारी भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं। इसके अलावा खुफिया सूत्र ये भी बता रहे हैं कि लगभग तीन से चार महीने के अंतराल में पहले भी इस तरीके की मॉनिटरिंग रुटीन में हुआ करती थी, लेकिन आर्मी द्वारा पाकिस्तान पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से इस मामले को गंभीरता से लेने के लिए कहा गया है।

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केंद्र से कुछ निर्देश मिले हैं उसके अनुसार ही विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है। कुछ जानकारियां गोपनीय हैं जो कि सार्वजनिक नहीं की जा सकती।

एसएस बिष्ट, सहायक आयुक्त, मनोरंजन कर विभाग