- आईपीएल मैचों में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले गैंग के 4 और मेंबर गिरफ्तार

- गैंग का हेड अजय जायसवाल व उसका भाई हो चुके हैं गिरफ्तार, अजय के दो भतीजे दबोचे

- आरोपियों से साढ़े पांच लाख रुपए, दो लग्जरी कार 22 मोबाइल कैलकुलेटर बरामद

देहरादून,

दून पुलिस का वीकेंड वार संडे को भी जारी रहा। आईपीएल मैचों में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले गैंग के खिलाफ पुलिस ने ताबड़तोड़ एक्शन लेते हुए अजय जायसवाल गैंग के 4 और मेंबर अंबाला से धर दबोचे। अजय जायसवाल अपने परिवार के दूसरे लोगों के साथ मिलकर सट्टे के धंधे में इंटरस्टेट गैंग चलाता है। सट्टेबाजी में यह गैंग दिल्ली, पंजाब व अन्य राज्यों में सक्रिय है। पुलिस ने आरोपियों से 5लाख 48 हजार रुपये, दो लग्जरी कार और सट्टेबाजी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 22 मोबाइल, लैपटॉप, कैलकुलेटर बरामद किए गए हैं।

चाचा हेड, भतीजा एजेंट

संडे को एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि फ्राइडे देर रात कोतवाली क्षेत्र के खुड़बुड़ा मोहल्ले से सट्टा खिलाने वाले गैंग का सरगना अजय जायसवाल, उसका भाई हरिओम जायसवाल व चिराग चड्ढा को अजय के घर से आईपीएल मैच में ऑनलाइन सट्टा लगाते पकड़े गए थे। आरोपियों के पास से 25.5 लाख रुपये और सट्टे का रिकॉर्ड व रजिस्टर बरामद किए गए थे। तीनों आरोपियों के मोबाइल की व्हाट्सऐप चैट और घटनास्थल पर मिले डायरी व रजिस्टर खंगाले गए तो पता चला कि सट्टा लगाने वाले कई लोग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों के हैं।

दिल्ली में लोकेशन, अंबाला से अरेस्टिंग

पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि हरिओम के दो बेटे अंकित व अंकुश जायसवाल भी इस धंधे में शामिल हैं। जिनकी लोकेशन दिल्ली के लाजपत नगर में थी, लेकिन जैसे ही पुलिस उन्हें दबोचने निकली। अंकित व अंकुश अंबाला पहुंच गए। जहां एक होटल में दोनों रुके हुए थे। पुलिस ने होटल में दबिश देकर अंकित और अंकुश के साथ दो अन्य युवकों गगन व हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया। गगन पटेलनगर के भंडारी बाग और हिमांशु कोतवाली एरिया का रहने वाला है। दोनों अंकित और अंकुश के दोस्त हैं। चारों मिलकर सट्टा लगाने और लगवाने वालों से पैसा कलेक्ट करते थे। अंकित और अंकुश ने दिल्ली में एक फ्लैट भी किराये पर ले रखा है।

पूरी फैमिली चला रही थी गैंग

पुलिस ने बताया कि अजय और हरिओम पुराने सट्टेबाज हैं। दोनों कई बार जेल भी जा चुके हैं। हर बार जेल से बाहर आते ही वह सट्टेबाजी में लग जाते थे। उनकी पूरी फैमिली ही इस गैंग में शामिल हैं। पूछताछ में अंकित ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसका चाचा अजय देहरादून से ही सट्टेबाजी का नेटवर्क चलाता था। हरिओम इसमें उसका सहयोग करता था। इस बार आईपीएल के मैचों में उत्तराखंड के साथ ही दिल्ली व अन्य स्थानों से लोगों ने लाखों रुपए लगाए हुए हैं।