- थाने में रहेगा कैमरा, सिर्फ लगाने का खर्च करना होगा वहन

- इंटरनेट के जरिए कनेक्ट रहेंगे सीसीटीवी कैमरे

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DEHRADUN: सिटी में चोरियों के ग्राफ को थामने के लिये पुलिस ने नई तैयारियों के साथ एक विशेष योजना बनाई है। इस प्लानिंग के तहत पुलिस अब प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर खाली घरों में सीसीटीवी कैमरा लगाएगी। कैमरा पुलिस का होगा और इसे लगाने का खर्च लोगों को वहन करना होगा। खास बात होगी कि घर का मालिक इंटरनेट के माध्यम से अपने घर पर कहीं से भी नजर रख सकता है। इससे बंद घर में चोरी रोकने में मदद मिलेगी।

थाने स्तर तक दिए गए आदेश

आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि इस योजना को देहरादून और हरिद्वार में प्राथमिकता के आधार पर लागू किया जाएगा। इसके अलावा सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को अपने क्षेत्र में चोरी रोकने के लिये सीसीटीवी का इस्तेमाल बढ़ाने को कहा गया है। इसके अलावा जिला स्तर पर कैमरों को खरीदने और उन्हें शहर के एंट्री और एग्जिट रूटों पर लगाने को कहा गया है। प्रदेश में पहली बार इस तरह का दिलचस्प आदेश थाने स्तर पर भी दिया गया है। अब थाना पुलिस अपने इलाकों में जरूरत के हिसाब से प्राइवेट कंपनियों से कैमरे लेगी। कई ऐसे संगठन इस तरह की सर्विस देने को तैयार है। जब कैमरे पुलिस के कब्जे में आ जाएंगे तो उसे जनता के लिये उपलब्ध करा दिया जाएगा। आईजी ने बताया कि अगले महीने से विधिवत काम शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल आईजी ऑफिस के कई सेक्शन इस तकनीक से टेस्टिंग के लिए जोड़े गए हैं।

क्या होगा कैमरों को फायदा

थानों में रखे कैमरों को उन मकानों पर लगाया जाएगा जिसके मालिक घर बंद कर कहीं जाएंगे। पुलिस ऐसे मकानों पर कैमरा लगाने के बाद उसकी निगरानी करेगी और कैमरे का लाइव फुटेज घर के मालिक को मिलता रहेगा। घर का मालिक इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल पर इसे ख्ब् घंटे देखता रहेगा। पुलिस की योजना के अनुसार इसके लगाने का खर्च घर के मालिक को उठाना पड़ेगा। मामले की जानकारों की मानें तो सामान्य घरों में इसे इंस्टाल करने का खर्च फ्0 से भ्0 रुपये हो सकता है। इस योजना को हरिद्वार व देहरादून में तुरंत लागू करने को कहा गया है।

यह पहल जनता के लिए शुरू की गई है। ताकि लोग खुद भी जागरूक हो जाए। अगले महीने से योजना शुरू हो जाएगी।

संजय गुंज्याल, आईजी गढ़वाल