- मलबे से आठवें मजदूर का शव हुआ बरामद

- 15 घंटे बाद आवाजाही के लिए खुला केदारनाथ हाईवे

- लापरवाही से निर्माण कार्य कराकर मजदूरों को मौत के मुंह में धकेलने का आरोप

RUDRAPRAYAG: केदारनाथ हाईवे पर पहाड़ी दरकने से आए मलबे में सात मजदूरों की मौत के मामले में गाजियाबाद की आरजीबी कंस्ट्रक्शन कंपनी के डायरेक्टर समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इन सभी पर ऑलवेदर रोड के निर्माण के दौरान लापरवाही कर श्रमिकों को मौत के मुंह में धकेलने का आरोप है। शनिवार को मलबे में दबे एक और मजदूर का शव बरामद किया गया। सड़क से मलबा हटाकर हाईवे को 15 घंटे बाद खोल दिया गया।

पहाड़ी दरकने से हुआ था हादसा

ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत इन दिनों केदारनाथ हाईवे पर रोड कटिंग का काम चल रहा है। शुक्रवार को बांसवाड़ा के पास पहाड़ी दरक गई थी। जिससे सड़क की निचली तरफ पुश्ता निर्माण में जुटे आठ श्रमिक जिंदा दफन हो गए थे। सात के शव बरामद कर लिए गए थे, जबकि एक का शव शनिवार को खोजा जा सका। उसकी पहचान बारामूला जम्मू-कश्मीर निवासी माजिद खान के रूप में हुई है। हादसे में तीन श्रमिक बुरी तरह जख्मी हो गए थे, जबकि पोकलैंड चालक समेत 13 मजदूरों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। शनिवार को रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि हादसे में कार्यदायी संस्था की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मौके पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी करके मजदूरों से कार्य करवाया जा रहा था। इस सिलसिले में आरजीबी कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक, दो सुपरवाइजर, निर्माण करा रहे ठेकेदार एवं पोकलैंड चालक के विरुद्ध लापरवाही से सड़क निर्माण कार्य कराकर मजदूरों को मौत के मुंह में धकेलने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच शुरू कर दी गई है। उपजिलाधिकारी जखोली को यह दायित्व सौंपा गया है। दोषियों को किसी भी कीमत में बख्शा नहीं जाएगा।