आई-नेक्स्ट ने उठाया था मामला

सबसे पहले आई-नेक्स्ट ने ही इस मुद्दे को उठाया था। आई-नेक्स्ट ने यह बताया था कि कैसे एक लड़की 5 अप्रैल से लगातार पुलिस डिपार्टमेंट के चक्कर लगा रही है। उसकी सुनवाई सिर्फ इसलिए नहीं हो रही है कि क्योंकि उसने एक एडिशनल एसपी जैसे रैंक वाले अधिकारी पर सेक्सुअल हैरेस्मेंट के आरोप लगाए हैं। आई-नेक्स्ट ने उस एएसपी के नाम का भी खुलासा किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद हालांकि तमाम दूसरी मीडिया ने भी इस मुद्दे को जनता और सरकार के सामने रखा। अंतत: उत्तराखंड के सीएम विजय बहुगुणा को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। फिलहाल एएसपी प्रमेंद्र डोबाल के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। जांच चल रही है।

12 अप्रैल को हो चुका था समझौता

आई-नेक्स्ट लगातार इस मुद्दे पर करीबी नजर रख रहा है। इसी बीच आई-नेक्स्ट को कुछ अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिसने इस पूरे प्रकरण पर पड़े एक मोटे परदे को हटा दिया है। आई-नेक्स्ट के पास मौजूद दस्तावेज इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि भले ही युवती ने पांच अप्रैल को एएसपी प्रमेंद्र डोबाल  के खिलाफ कंप्लेन की थी, लेकिन इसी युवती ने 12 अप्रैल को शपथ पत्र देकर अपनी कंप्लने वापस लेने की गुहार लगाई थी।

क्या लिखा है शपथ पत्र में?

नैनीताल के एसएसपी सदानंद दाते के समक्ष इस युवती ने स्टांप पेपर पर लिखकर दिया था कि मानसिक दबाव में भ्रमवश जो प्राथर्नापत्र श्री प्रमेंद्र डोबाल के विरुद्ध दिए गए हैं, उनकी कोई आधिकारिकता नहीं है और न ही उनमें किसी प्रकार की सत्यता है। इन आधारों पर शपथकर्ता अपने पूर्व के प्रार्थनापत्र पर कोई बल नहीं देना चाहती है तथा उन्हें समाप्त किया जाए। शपथपत्र में स्वयं को स्वतंत्र पत्रकार बताने वाली इस युवती ने लिखा है कि वह डोबाल को जानती हैं, लेकिन यह पहचान एक सीमित दायरे में रही है।

यह सवाल तो लाजिमी है

ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी हो गई कि शपथपत्र देने के बाद अचानक युवती 25 अप्रैल को फिर से डीजीपी से मिलने पहुंच गई। वह सिर्फ यहां पहुंची ही नहीं, बल्कि उसने मामला दर्ज करवाने के लिए आत्मदाह की धमकी तक दे डाली। 25 अप्रैल से लगातार वह डीजीपी सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारियों के पास दौड़ती रही। अंतत: सीएम विजय बहुगुणा के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज हुआ।

पूरा खेल ब्लैकमेलिंग का

सूत्रों के अनुसार यह पूरा प्रकरण ब्लैकमेलिंग से जुड़ा है। सूत्रों का कहना है कि इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि एडिशनल एसपी ने अपने सीयूजी नंबर्स से कई मैसेज युवती को किए हैं। उसी के आधार पर पांच अप्रैल को कंप्लेन दर्ज करवाई गई थी। इसके बाद सेटिंग-गेटिंग का मामला चलता रहा। सूत्रों के अनुसार ब्लैकमेलिंग की कीमत करीब एक करोड़ रुपए थी। यह रकम किसी कारणवश युवती को नहीं मिल सकी। इसी का परिणाम था कि एक बार फिर से मामले को डीजीपी सहित तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों तक पहुंचाया ।

पहले भी लगा चुकी है आरोप

नैनीताल के एडिशनल एसपी पर आरोप लगाने वाली युवती की हिस्ट्री जब आई-नेक्स्ट ने खंगाली तो कई ऐसे राज से परदा उठा जिसे जानकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे। इस युवती ने इससे पहले भी कई लोगों के खिलाफ विभिन्न थानों में शिकायत दर्ज करवाई। यहां तक की अपने परिवारवालों के खिलाफ भी इसने मुकदमा दर्ज करवाया। इससे नाराज होकर युवती के पिता ने बकायदा अखबार में विज्ञापन प्रकाशित करवाकर युवती से अपने संबंध खत्म करने की बात कही। यह युवती उस वक्त भी काफी चर्चा में आई थी जब इसने अपने ही गांव वालों के खिलाफ मानहानी का केस दर्ज करवा दिया था। जिसमें 18 लोगों को आरोपी बनाया गया था। हालांकि उत्तराखंड हाईकोर्ट ने अपने फैसले में सारे तथ्यों को आधारहीन करार देते हुए मुकदमा खारिज कर दिया था।

एसएमएस का बवाल पहले भी

आई-नेक्स्ट ने पूरे मामले की तहकीकात की तो एक और वाकया समाने आया। यह मामला 2006 का है। हल्द्वानी थाने में दर्ज केस संख्या 1170, 2006 के अनुसार इसी युवती ने मनोहर सिंह नामक शख्स के खिलाफ अश्लील एसएमएस करने और धमकाने का आरोप लगाया था। यह मामला भी उस वक्त काफी सुर्खियों में रहा था। हालांकि बाद में यह मामला भी खारिज हो गया था।

कौन है वह मोनू जीजू?

आई-नेक्स्ट के पास वह दस्तावेज भी मौजूद हंै जिसे आधार बनाकार युवती ने कंप्लेन दर्ज करवाने की गुहार लगाई थी। तीन पन्नों पर इस युवती ने वे सारे एसएमएस लिखकर पुलिस को दिए हैं। एसएमएस के साथ ही उन नंबर्स का भी जिक्र है जिस नंबर्स से एसएमएस आए हैं। कंप्लेन में दो नंबर का जिक्र किया गया है। एक नंबर नैनीताल के एएसपी परमेंद्र डोबाल का सीयूजी नंबर है, जबकि दूसरा नंबर वीआईपी नंबर है। आई-नेक्स्ट ने जब इस नंबर की पड़ताल की तो यह नंबर मोनू जीजू नाम के शख्स पर रजिस्टर्ड मिला। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल उत्तराखंड के तेज तर्रार पुलिसकर्मी इस वीआईपी नंबर के पीछे लगे हैं। जल्द ही इस बात का पता चल जाएगा कि मोनू जीजू नाम का वह शख्स कौन है और कहां रहता है। साथ ही इस युवती के साथ उसके क्या संबंध हैं?