- श्रीअन्न महोत्सव का आगाज, सीएम ने किया उद्घाटन, यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी हुए शामिल


देहरादून: सैटरडे को सर्वे ऑफ इंडिया मैदान में कृषि विभाग की ओर से आयोजित चार दिवसीय श्रीअन्न महोत्सव का बतौर चीफ गेस्ट सीएम धामी ने उद्घाटन किया। इस दौरान सबसे पहले उन्होंने कृषि विभाग की स्वाद से स्वास्थ्य नामक पुस्तक का विमोचन किया। महोत्सव में मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक मिलेट को मोटे अनाज के रूप में जाना जाता था। लेकिन, अब श्रीअन्न के रूप जाना जाएगा। इस तरह के आयोजन से न केवल मोटे अनाजों की खेती को बढ़ावा मिलेगा। बल्कि, इससे किसानों को भी मोटे अनाज से संबंधित कई जानकारियां मिलेंगी।

महत्व व खेती के बारे में दी जाएगी जानकारी
महोत्सव में शामिल होने वाले गेस्ट व साइंटिस्ट के माध्यम से किसानों को मोटे अनाज के महत्व व उसकी खेती के बारे में जानकारी दी जाएगी। मोटे अनाज की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसको उगाने के लिए कम पानी और कम संसाधनों की आवश्यकता पड़ती है.इनसे पर्यावरण भी स्वच्छ रहता है। कहा, इसका नाम श्रीअन्न इसलिए रखा गया है, कारण, श्री से समृद्धि आती है। श्रीअन्न पौष्टिकता का अध्याय है। शरीर को अधिकतम प्रोटीन मांसाहारी भोजन से मिलता है।

बतौर स्पेशल गेस्ट यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि आज इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने का अवसर मिला। उप्र और उत्तराखंड में एक ऐसा संयोग है कि ४६ वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ कि उप्र में यूपी योगी आदित्यनाथ ने लगातार दो बार सरकार बनाई है। उसी तरह उत्तराखंड बनने के बाद सीएम पुष्कर ङ्क्षसह धामी लगातार दूसरी बार सीएम बने हैं। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में राज्य सरकार की ओर से मोटे अनाज के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।