-32 माह में 5731 क्रिमिनल्स अरेस्ट, 1620 पर गुंडा एक्ट में एक्शन
-टॉप-3 में दून समेत उधमसिंहनगर और हरिद्वार जिले रहे हैं शामिल

देहरादून (ब्यूरो): अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस ने करीब 32 महीनों के दौरान पूरे राज्य से एनडीपीएस एक्ट व वांटेड क्रिमिनल्स में 5731 शातिरों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा गुंडा एक्ट में 1620 का चालान भी किया है। बहरहाल, इनामी बदमाशों व एनडीपीएस एक्ट में हुई कार्रवाई के लिहाज से दून समेत हरिद्वार व उधमसिंहनगर टॉप-3 में शामिल हैं।

क्राइम कंट्रोल के लिए स्पेशल कैंपेन
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार के निर्देशानुसार पूरे स्टेट में क्राइम और क्रिमिनल्स के खिलाफ 1 जनवरी 2021 से लेकर 31 अगस्त 2023 तक यानि करीब 32 माह तक लगातार कार्रवाई चली। अकेले एनडीपीएस एक्ट के तहत 4917 आरोपियों को पुलिस ने दबोचा। वहीं, 814 वांटेड क्रिमिनल्स को अरेस्ट कर जेल भेजा। ऐसे ही गुंडा एक्ट में 1620 आरोपियों का चालान किया है। डीजीपी के अनुसार स्टेट को क्राइम फ्री बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस प्रयासरत है। यही कारण है कि क्रिमिल्स पर अंकुश लगाने के लिए समय-समय पर स्पेशल कैंपेन चलाए जा रहे हैं। सभी जिला प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि क्राइम करने वालों को किसी भी कीमत पर न बख्शा जाए।

जनवरी 2021 से 31 अगस्त 2023 तक कार्रवाई
-एनडीपीएस एक्ट में अरेस्टिंग---4917
-वांटेड क्रिमिनल्स की अरेस्टिंग--814
-गुंडा एक्ट में कुल चालान--1620


तीन साल में अपराध के खिलाफ एक्शन
एनडीपीएस एक्ट में एक्शन
जिला---गिरफ्तारी
उत्तरकाशी---144
टिहरी---112
चमोली--49
रुद्रप्रयाग--7
पौड़ी---150
दून---1432
हरिद्वार--795
अल्मोड़ा--181
बागेश्वर--103
चंपावत---65
पिथौरागढ़--216
नैनीताल---781
यूएसनगर--869
जीआरपी--13
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कुल---4917
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इनामी अपराधियों पर कार्रवाई
जिला---गिरफ्तारी
उत्तरकाशी---9
टिहरी---8
चमोली--8
रुद्रप्रयाग--0
पौड़ी---19
दून---132
हरिद्वार--356
अल्मोड़ा--20
बागेश्वर--8
चंपावत---42
पिथौरागढ़--8
नैनीताल---68
यूएसनगर--133
जीआरपी--3
कुल---814

गुंडा एक्ट में कार्रवाई
जिला---गिरफ्तारी
उत्तरकाशी---23
टिहरी---8
चमोली--2
रुद्रप्रयाग--6
पौड़ी---29
दून---161
हरिद्वार--642
अल्मोड़ा--20
बागेश्वर--9
चंपावत---68
पिथौरागढ़--16
नैनीताल---228
यूएसनगर--408
जीआरपी--0
कुल---1620

ऑपरेशन स्माइल से लौटी मुस्कान
गुमशुदा बच्चों, महिलाओं व पुरुषों के लिए भी पुलिस ने खास अभियान चलाया है। 1 सितंबर से 31 अक्टूबर तक ये ऑपरेशन स्माइल अभियान चलेगा। इसी को लेकर डीजीपी ने बैठक भी ली। बताया कि गुमशुदा की तलाश के लिए मैदानी जिले दून, हरिद्वार, नैनीताल व यूएसनगर की 4 टीमें और बाकी जिलों व रेलवेज को मिलाकर 26 टीमें इस अभियान के तहत काम पर जुटी हुई हैं। पुलिस को अब तक ऑपरेशन स्माइल में 3823 गुमशुदा मिल जाने की सफलता हाथ लगी है।

23 वर्षों में गुमशुदगी व बरामदगी

--गुमशुदगी---
-बालक-5662
-बालिका-4896
-महिला-12701
-पुरूष-13784 गुमशुदा

बरामदगी::
-बालक-5437
-बालिका-4705
-महिला-11399
-पुरूष-11174

यहां से तलाशे गए ज्यादा गुमशुदा
पुलिस के इस खास अभियान के तहत जिले के ऐसे स्थान, जहां गुमशुदा लोगों, बच्चों और महिलाओं के मिलने की ज्यादा संभावनाएं रहती हैं। उनमें शेल्टर होम्स, ढाबे, कारखाने, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थानों और आश्रम शामिल रहते हैं। पुलिस को जहां से भी सूचना मिलती है, टीम मौके पर पहुंचती है।

इस साल 15 दिनों में 568 बरामद
अभियान के तहत एक सितंबर से लेकर 15 सितंबर तक पुलिस ने 568 गुमशुदा को बरामद किया। इनमें बालक 7, बालिका 27, पुरूष 213 व महिला 283 शामिल हैं। वहीं, 38 नॉन रजिस्टर्ड गुमशुदगा मामलों में बरामद किए गए। इस अभियान में वर्ष 2015 से वर्ष 2021 तक 1578 बालक, 643 बालिका, 604 महिलाएं व 430 पुरूषों को बरामद किया गया है। डीजीपी की ओर से ऑपरेशन स्माइल में ज्यादा से ज्यादा गुमशुदा की तलाश के लिए सभी जिलों को निर्देश किया गया है।
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