- इवनिंग क्लासेज को लेकर 3 कॉलेजेज ने नहीं किया आवेदन

- ट्वेल्थ पासआउट हजारों स्टूडेंट्स के लिए नहीं होगा कोई विकल्प

DEHRADUN: इवनिंग क्लासेज का मुद्दा एक बार फिर गर्माने वाला है। पिछले साल मुद्दे को लेकर आंदोलन, हंगामें और प्रदर्शन हर तरह से इवनिंग क्लासेज स्टार्ट किए जाने की मांग की गई थी। इस बार भी छात्र संगठनों के बीच इसे लेकर रणनीति बनाई जा रही है। लेकिन इसके परिणाम इस बार सकारात्मक नजर आने वाले नहीं हैं। दून के तीन बड़े कॉलेजेज ने इवनिंग क्लासेज शुरू करने को लेकर कोई आवेदन ही नहीं किया है। ऐसे में इस बार फिर हजारों स्टूडेंट्स का कॉलेज में कदम रखने का सपना दम तोड़ता दिखाई दे रहा है।

हजारों स्टूडेंट्स करेंगे आवेदन

उत्तराखंड बोर्ड, सीबीएसई और आईएससी बोर्ड के आंकड़ों पर गौर करें तो इस बार करीब दो लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ट्वेल्थ पासआउट होकर कॉलेजेज में एडमिशन के लिए अप्लाई करेंगे। लेकिन इस बार भी एडमिशन को लेकर स्टूडेंट्स को काफी जद्दोजहद से गुजरना होगा। इवनिंग क्लासेज का मामला इस बार भी ठंडा पड़ा हुआ है। हाईकोर्ट के मेरिट व लिमिटेड सीट्स पर एडमिशन किए जाने के आदेश के बावजूद कॉलेजेज लिमिटेड सीट्स पर ही एडमिशन करने को बाध्य होंगे। लास्ट ईयर की मेरिट पर गौर करें तो मेरिट 7भ् से 80 परसेंट के बीच रही थी, ऐसे में उन स्टूडेंट्स के लिए तो कॉलेज में एडमिशन ख्वाब ही बनने वाला है, जो 7भ् परसेंट से कम मा‌र्क्स हासिल करने वाले होंगे।

उत्तराखंड बोर्ड के स्टूडेंट्स झेलेंगे मुसीबत

उत्तराखंड बोर्ड की बात करें तो हर बार की तरह इस बार भी बोर्ड से पासआउट हुए स्टूडेंट्स को एडमिशन के लिए अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा। आंकड़ों पर गौर करें तो यहां 7भ् परसेंट से ऊपर हासिल करने वाले केवल ख्भ्ब्0 स्टूडेंट्स ही हैं, जबकि टोटल पास स्टूडेंट्स की संख्या क्,0म्,7क्फ् है। ऐसे में इन ढाई हजार के आंकड़े से नीचे रहने वाले स्टूडेंट्स को कॉलेजेज में एडमिशन के लिए भारी संकटों का सामना करना पड़ेगा।

आंकड़ों में यूके बोर्ड

अपियर हुए स्टूडेंट्स - क्,ब्फ्,ख्भ्9

पासआउट स्टूडेंट्स- क्,0म्,7क्फ्

7भ् परसेंट से ऊपर (डिस्टिंग्शन)- ख्भ्ब्0

म्0 परसेंट तक (फ‌र्स्ट डिवीजन)- ख्क्,08ब्

ब्भ् परसेंट तक (सेकेंड डिवीजन)- म्भ्,ख्9म्

फ्भ् परसेंट तक (थर्ड डिवीजन)- क्म्,ब्क्7

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सीबीएसई बोर्ड के स्टूडेंट्स भी नहीं अछूते

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन के ट्वेल्थ बोर्ड पासआउट स्टूडेंट्स का हालात भी इस साल अच्छा रहने की उम्मीद नहीं है। हालांकि उत्तराखंड बोर्ड की तुलना में इस बार भी सीबीएसई और आईएससी बोर्ड के स्टूडेंट्स को मेरिट में बेहरीन मा‌र्क्स का लाभ मिलेगा। लेकिन अगर आंकड़ों की बात करें तो यहां भी तस्वीर कुछ खास बेहतर नहीं है। सीबीएसई बोर्ड में 7भ् परसेंट से ऊपर के कैंडिडेट्स की बात करें तो यहां कुल 77,7फ्म् स्टूडेंट्स में से ख्8,भ्ख्ख् स्टूडेंट्स ने 7भ् परसेंट से ऊपर मा‌र्क्स हासिल किए। इसके अलावा म्0 से 7भ् परसेंट का आंकड़ा छूने वाले स्टूडेंट्स करीब फ्ख्,क्ब्9 हैं। ऐसे में इस संख्या का भी करीब ब्0 परसेंट स्टूडेंट्स ऐसा है जिन्होंने म्0 परसेंट से नीचे मा‌र्क्स हासिल किए हैं। इन स्टूडेंट्स के लिए भी एडमिशन हासिल करना टेढ़ी खीर साबित होगी।

तीन कॉलेजेज ने नहीं किया आवेदन

उस पर सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस बार सिटी के तीन बड़े कॉलेजेज ने इवनिंग क्लासेज के लिए कोई आवेदन ही नहीं किया है। सिटी के श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज, डीएवी पीजी कॉलेज और डीबीएस पीजी कॉलेज ने इवनिंग क्लासेज चलाने के लिए निरीक्षण को लेकर आवेदन ही नहीं किया है। जबकि बाकी सभी गवर्नमेंट कॉलेजेज ने आवेदन कर दिए हैं। निरीक्षण के बाद ही सीट्स निर्धारित की जानी थी। ऐसे में जब आवेदन ही नहीं किया गया है तो निरीक्षण किए जाने और सीट्स अलॉटमेंट का तो सवाल ही नहीं उठता। जबकि पिछले तो इन कॉलेजेज में निरीक्षण किए जाने के बाद भी इवनिंग क्लासेज में एडमिशन नहीं हुए थे। डीबीएस में एडमिशन हुए, लेकिन इस साल इस कॉलेज ने भी इवनिंग से मुंह मोड़ लिया। ऐसे में इस साल भी हजारों स्टूडेंट्स के फ्यूचर पर तलवार लटकती नजर आ रही है।