- थर्सडे सुबह जीएमएस रोड स्थित कार शोरूम में आग लगने से हड़कंप

- शोरूम के थर्ड फ्लोर पर बनाया गया था गोदाम, फायर ब्रिगेड ने 3 घंटे में बुझाई आग

देहरादून,

थर्सडे सुबह जीएमएस रोड स्थित एक कार शोरूम में आग लगने से हड़कंप मच गया। शोरूम के थर्ड फ्लोर पर कार के स्पेयर पा‌र्ट्स के गोदाम में धुंआ निकलने पर कर्मचारियों ने पहले तो खुद आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग बहुत भीषण थी। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, फायर के दो वाहनों ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

रोहन मोटर्स के नेक्सा शोरूम में आग

पटेलनगर थाना इलाके के जीएमएस रोड पर रोहन मोटर्स नाम से मारुति सुजुकी कंपनी की लग्जरी कारों का नेक्सा शोरूम है। थर्सडे को सुबह करीब 10 बजे शोरूम की तीसरी फ्लोर पर स्पेयर पा‌र्ट्स के गोदाम से अचानक धुआं उठने लगा। जैसे ही कर्मचारियों ने धुआं देखा तो शोरूम में मौजूद कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। सबसे पहले कुछ कर्मचारियों ने फायर एक्सटिंग्युशर से आग बुझाने की कोशिश भी की। लेकिन तब तक आग भीषण रूप ले चुकी थी, ऐसे में फायर सर्विस को बुलाया गया। थोड़ी देर में फायर सर्विस की दो गाडि़यां और पुलिस मौके पर पहुंच गई। आग इतनी भीषण थी कि फायर ब्रिगेड को गोदाम तक पहुंचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। करीब तीन घंटे में आग पर काबू पाया जा सका। गोदाम में कंपनी ने गाडि़यों के सीट कवर से लेकर कई महंगे स्पेयर पा‌र्ट्स रखे हुए थे। अग्निशमन अधिकारी अर्जुन सिंह रांगड़ ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी होगी। नुकसान का आकलन किया जा रहा है, शोरूम ओनर ने 30 से 40 लाख रुपए के नुकसान का दावा किया है।

हादसों को न्योता दे रहे अवैध शोरूम

दून में सिटी के बीचों-बीच कई ऐसे कार और टू व्हीलर्स के शोरूम संचालित हो रहे हैं। जिन्होंने बिना परमिशन के छतों पर स्पेयर पा‌र्ट्स का गोदाम बना रखा है। ऐसे में ये शोरूम थोड़ा मुनाफा कमाने के चक्कर में कई भीषण हादसों को न्योता दे रहे हैं। जो गोदाम इस तरह से छतों पर बनाए गए हैं, उनके लिए अलग से व्यवस्था की जा सकती है। खास बात ये भी है कि ऐसे शोरूम खोलते समय गोदाम या दूसरी तरह की परमिशन नहीं ली जाती है। हादसा होने के बाद लाखों का नुकसान होने का दावा किया जाता है.इन मामलों में फायर ब्रिगेड की कार्यशैली भी सवालों में है, जब अवैध तरीके से संचालित गोदाम या अन्य संस्थानों में आग लगती है, तो फायर ब्रिगेड उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में नहीं लाता।