-उत्तराखंड में फुटबाल के डेवलपमेंट की काफी उम्मीद

-फुटबॉल को मजबूती देने के लिए खेल संघों को धरातल पर करना होगा काम

DEHRADUN: अन्तर्राष्ट्रीय फुटबॉलर और भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने कहा कि वर्तमान दौर में उत्तराखंड में टैलेंट की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें सही प्लेटफार्म नहीं मिल पा रहा है। कुछ खिलाड़ी आगे निकल भी रहे हैं, तो वह अपने दम पर नेशनल लेवल पर जगह बनाने में कामयाब हो रहे हैं। बाइचुंग ने कहा कि एक समय था जब देश सेवा के साथ उत्तराखंड के अधिकतर खिलाड़ी नेशनल टीम का हिस्सा होते थे, लेकिन इसके बाद बीच में फुटबॉल खेल गायब सा हो गया, लेकिन उन्हें उत्तराखंड में फुटबाल से काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि सिक्किम, मिजोरम के साथ ही उत्तराखंड में काफी अच्छी फुटबाल खेली जा रही है। उत्तराखंड सुपर लीग जैसे बड़े टूर्नामेंट यहां के लोकल खिलाडि़यों को अच्छा प्लेटफार्म देंगे।

स्कूल स्तर पर मिल रहा है फुटबॉल को बढ़ावा

बाइचुंग ने बताया कि जब वह स्कूल लेवल पर फुटबॉल खेलते थे, तो वह सुब्रतो कप जैसे टूर्नामेंट खेलने के लिए इंतजार करते थे। क्म् वर्ष की उम्र में उन्होंने संतोष ट्रॉफी खेली थी। इसलिए उन्हें पता है कि एक खिलाड़ी के लिए प्लेटफॉर्म मिलना क्या मायने रखता है। उत्तराखंड सुपर लीग में बतौर ब्रांड एंबेसडर शिरकत करने दून पहुंचे बाइचुंग भूटिया सैटरडे को राजा राममोहन राय एकेडमी में खिलाडि़यों से मिलने पहुंचे। भूटिया ने कहा कि फुटबाल के डेवलपमेंट के लिए स्टेट फुटबाल एसोसिएशन को पहले से बेहतर काम करना पड़ेगा। इंडिया में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन उचित प्रोत्साहन और प्लेटफॉर्म देने के लिए एसोसिएशन को धरातल पर काम करना होगा।

सपोर्टिग सिस्टम की है कमी

भूटिया ने कहा कि क्रिकेट हो या फुटबॉल इंडिया में सपोर्टिग सिस्टम का अभाव है। आज विराट कोहली, धौनी सभी खुद अपने दम पर आगे आए हैं। इंडिया में टैलेंट की कमी नहीं है, लेकिन आज भी अच्छी ट्रेनिंग, इंफ्रस्ट्रक्चर और सिस्टम का अभाव है। विदेशों में खिलाडि़यों को छोटी उम्र से ही सपोर्ट मिलना शुरू हो जाता है। इसलिए वह आगे हैं। मैसी जैसे खिलाड़ी इसका उदाहरण हैं।

होम एडवांटेज मिल सकता है फ्रांस को

यूरो कप में फ्रांस और पुर्तगाल के बीच होने वाले फाइनल पर बाइचुंग भूटिया का मानना है कि मुकाबला कांटे का होगा। दोनों टीमों ने अभी तक अद्भुत खेल दिखाया है। इसलिए अभी से यह नहीं कहा जा सकता है कि यूरो कप के इस सीजन का विनर कौन होगा, लेकिन फ्रांस को मेजबान होने का एडवांटेज मिल सकता है। बाइचुंग भूटिया ने कहा कि यूरो कप के दौरान पेनाल्टी मिस करने पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी लियोन मेसी के संन्यास लेने की घोषणा ने खेल प्रेमियों को झटका जरूर दिया है।