- एनसीटीई ने 500 सीटों पर एडमिशन की दी मान्यता

- नेक्स्ट सेशन से डिस्टेंस मोड में भी होगा बीएड कोर्स

- डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड (डीईबी) से मान्यता अभी बाकी

DEHRADUN:

प्रदेश में टीचर बनने का ख्वाब देखने वाले कैंडिडेट्स के लिए अच्छी खबर है। अब वे घर बैठे ही बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड) कोर्स कर सकेंगे। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर ट्रेनिंग (एनसीटीई) ने उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी को भ्00 सीटों पर डिस्टेंस मोड में डिग्री संचालित करने के लिए मान्यता दे दी है। हालांकि बीएड कोर्स के तहत एडमिशन नेक्स्ट सेशन से ही लिए जाएंगे। यूनिवर्सिटी के मुताबिक एनसीटीई की मान्यता के बाद डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड से ग्रीन सिग्नल मिलने पर ही कोर्स संचालित किया जाएगा।

उत्तराखंड में एचएनबी गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी और श्री देव सुमन यूनिवर्सिटी द्वारा बीएड कोर्स संचालित किया जाता है। लेकिन दोनों ही यूनिवर्सिटी से जुड़े संस्थानों में कोर्स को लेकर भारी कमियां है। कहीं एग्जाम टाइम पर नहीं होते तो कहीं पूरा सेशन ही अटका पड़ा है। ऐसे में बीएड कोर्स को लेकर कैंडिडेट्स को प्रदेश से पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा था। लेकिन अब ओपन यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस मोड में बीएड डिग्री मिलना कैंडिडेट्स को बड़ी राहत देने का काम करेगा।

नेक्स्ट सेशन से शुरू होगा कोर्स

यूनिवर्सिटी अधिकारियों की मानें तो कोर्स को लेकर अभी केवल पहला पड़ाव पार किया है। दरअसल अभी केवल एनसीटीई से ही कोर्स की मान्यता हो पाई है। जबकि डिस्टेंस मोड में कोर्स संचालित करने के लिए यूनिवर्सिटी को डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड की सहमति भी लेनी होगी। इसके अलावा डीईबी से ग्रीन सिग्नल मिल भी जाता है तो जुलाई से पहले यूनिवर्सिटी के लिए कोर्स कंटेंट आदि कामों को पूरा करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। इसी को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने डीईटी की मान्यता मिलने और कोर्स के सिलेबस आदि के डिजाइन के लिए समय मिल सके इसलिए नेक्स्ट सेशन से बीएड कोर्स संचालित करने का फैसला लिया है। कुल मिलाकर बीएड करने वाले कैंडिडेट्स को नेक्स्ट सेशन में ओपन यूनिवर्सिटी की भ्00 सीटों का लाभ मिलेगा।

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एनसीटीई ने भ्00 सीटों के लिए मान्यता दी है। लेकिन अभी डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड से मान्यता के लिए प्रोसेस शुरू किया है, जिसमें टाइम लगेगा। सिलेबस आदि का काम भी अभी बाकी है। इसी को देखते हुए अगले साल से बीएड कोर्स संचालित करने का फैसला लिया गया है। प्रदेश के कैंडिडेट्स को ओपन मोड में बीएड करने का लाभ होगा।

---- डा। राकेश रयाल, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर, उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी