-करीब डेढ़ करोड़ का किया था टैक्सी बिल घोटाला

-शासन को सीएम के अनुमोदन का इंतजार

-सभी सीएमओ और सीएमएस स्तर के अधिकारी

देहरादून: स्वास्थ्य विभाग में करीब डेढ़ करोड़ के टैक्सी बिल घोटाले में शासन ने चार्जशीट देने की तैयारी कर ली है। बस, सीएम के अनुमोदन का इंतजार है। स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी इन सभी के खिलाफ कार्रवाई के लिए पहले ही अनुमोदन दे चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग में हुए इस घोटाले में जांच के बाद 10 अफसरों को दोषी पाया गया था। आपको बता दें कि ये सभी अधिकारी सीएमओ और सीएमएस स्तर के हैं।

सीएम ऑफिस के भी 5 सचिव

इस घोटाले में मुख्यमंत्री दफ्तर के पांच निजी सचिवों को भी दोषी पाया गया था। निजी सचिवों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सचिवालय प्रशासन को पत्र भेज दिया गया है। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग के दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य मंत्री के जरिए मुख्यमंत्री का अनुमोदन लिया जा रहा है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओमप्रकाश ने बताया कि मुख्यमंत्री का अनुमोदन प्राप्त होने के बाद दोषी अफसरों को चार्जशीट देते हुए नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

कई स्तरों पर हुई थी जांच

स्वास्थ्य विभाग में मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये के फर्जी टैक्सी बिलों के भुगतान के इस मामले की कई स्तरों पर जांच हो चुकी है। सबसे पहले स्वास्थ्य महानिदेशक द्वारा जांच की गई, मगर मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के कुछ अफसरों की संलिप्तता उजागर होने पर स्वास्थ्य महानिदेशक ने शासन स्तर पर जांच कराने की संस्तुति की थी। इसके बाद शासन ने सचिव स्तर के कई अफसरों को यह जांच सौंपी। बाद में संयुक्त सचिव के स्तर पर जांच कराई गई।