DEHRADUN : नेशनल हेल्थ मिशन के तहत अब प्रत्येक सरकारी अस्पताल में फ्0 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग के लिए स्पेशल क्लीनिक खोले जाएंगे। सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत 7 जुलाई को इसकी शुरुआत करेंगे।

जागरूक भी किया जाएगा

एनएचएम के तहत पहले से ही अस्पताल में आने वाले फ्0 वर्ष से अधिक उम्र के प्रत्येक मरीज की डायबिटीज, हार्ट और हाइपरटेंशन की जांच की व्यवस्था की गई है, लेकिन अब इसमें कैंसर को भी जोड़ा गया है, साथ ही हर अस्पताल में इसके लिए स्पेशल क्लीनिक खोलने की भी व्यवस्था की जा रही है। स्पेशल क्लीनिक में जांच के साथ ही लोगों को अपनी हेल्थ स्क्रीनिंग करवाने के लिए जागरूक भी किया जाएगा। एनएचएम निदेशक डॉ। आरएस असवाल के अनुसार इस अभियान के तहत आशा, एएनएम, डॉक्टर की एक पूरी चेन रहेगी। मरीज की न केवल स्क्रीनिंग की जाएगी, बल्कि उसका नियमित फॉलोअप भी किया जाएगा।

बदलती जीवन शैली से बढ़ रही बीमारियां

डॉक्टरों का मानना है कि आधुनिक जीवनशैली ने लोगों को रोगी बना डाला है। पहले गैर संचारी रोग के मामले गिने-चुने होते थे, लेकिन अब इनमें भरी इजाफा हुआ है। इस उम्र के लोगों में हाइपरटेंशन, डायबिटीज, ओरल, ब्रेस्ट व सर्वाइकल कैंसर की आशंका रहती है। इन बीमारियों को बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ने फ्0 साल से अधिक के लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग करने का निर्णय लिया गया है। इनके लिए पूरे स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की जाएगी और जिला स्तर पर वेलनेस सेंटर होगा। शुरुआती चरण में दून, रुद्रपुर व उत्तरकाशी में वेलनेस सेंटर शुरू किए गए हैं। धीरे-धीरे प्रदेश के सभी जिलों में सेंटर बनाए जाएंगे। बाद में यह सुविधा उप केंद्रों में भी ले जाने की तैयारी है।