सीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयार किया ब्लू प्रिंट

25 अक्टूबर तक केदारनाथ के विभिन्न ट्रैक रूट पर चलेगा सर्च ऑपरेशन

DEHRADUN:

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ घाटी क्षेत्र में नरकंकालों व अवशेषों की तलाश के लिए एसडीआरएफ को लगातार सघन सर्च आपरेशन चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें यदि कंकाल मिलते हैं तो उनका डीएनए सैंपल कराते हुए पूरे विधिविधान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों के साथ कांबिंग अभियान का ब्ल्यू प्रिंट तैयार किया। इसके तहत एसडीआरएफ विभिन्न चरणों में सघन कांबिंग करेगी। पहले ख्भ् अक्टूबर तक केदारनाथ के विभिन्न ट्रैक रूट पर सर्च आपरेशन संचालित किया जाएगा।

सात ट्रैकिंग रूटों पर चलेगा अभियान

गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक में तय किया गया कि केदारघाटी में नरकंकालों की खोज, डीएनए सैंपलिंग व विधिवत अंत्येष्टि के लिए उप सेनानायक एसडीआरएफ प्रकाश चंद्र आर्य के नेतृत्व में केदारघाटी के सात ट्रैकिंग रूट पर टीमें सर्च आपरेशन संचालित करेंगी। इन सात ट्रैकिंग रूट में ब्0 किमी का गरुड़चट्टी-देवविष्णु-गोमकारा-गौरीगांव, फ्भ् किमी का चौमासी-खाम-रामबाड़ा-केदारनाथ, चार किमी का केदारनाथ-चौराबाड़ी ग्लेशियर, ख्0 किमी का कालीशिला-चौमासी-लिनचैली, क्8 किमी का केदारनाथ-वासुकीताल-खतलिंग, फ्भ् किमी का केदारनाथ-मनसी-रासी व फ्0 किमी का तोसी-पावा-वासुकीताल-त्रियुगीनारायण शामिल हैं।

राफ्टिंग टीम भी करेगी सर्च अभियान

बैठक में निर्णय लिया गया कि स्थानीय भौगोलिक परिवेश की जानकारी व पर्वतीय क्षेत्र में ट्रैकिंग में निपुणता होने के कारण माटा से ख्म्, ख्7 व ख्8 अक्टूबर को स्थानीय लोगों के सहयोग से इन रूट पर कांबिंग करने का अनुरोध किया जाएगा। इस दौरान एसडीआरएफ की राफ्टिंग टीम द्वारा नदी के किनारों पर सर्च आपरेशन संचालित किया जाएगा। दीपावली के बाद नवंबर में एक बार फिर एसडीआरएफ द्वारा केदारघाटी के विभिन्न क्षेत्रों में सघन कांबिंग की जाएगी। बैठक में सचिव गृह व आयुक्त गढ़वाल मंडल विनोद शर्मा, पुलिस महानिदेशक एमए गणपति, आइजी संजय गुंज्याल व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।