- आपदा की बरसी पर सीएम की तरफ से संदेश
- कहा, ठोस कार्ययोजना तैयार की जा रही है
- अब तक चारधाम में तीन लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं
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DEHRADUN : पिछले वर्ष राज्य में आई भीषण त्रासदी के बाद सरकार ने आपदा में मृत व लापता हुए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि यह घटना सब के लिए दुखद रही। महाप्रलय ने प्रदेश की आर्थिक व ढांचागत विकास की कमर तोड़ दी। सीएम हरीश रावत ने मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार के जरिए अपने संदेश में कहा है कि सरकार आपदा पुनर्निर्माण के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। विपक्ष को राजनीति करने के बजाय अपने सुझाव देने चाहिए, जिस पर अमल किया जाएगा। सीएम की तरफ से कहा गया है कि इस बार अब तक तीन लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर पहुंच चुके हैं।
यहां खर्च हुई राहत धनराशि
-केंद्र से मिली धनराशि से ठोस योजना तैयार की जा रही है।
-मृत व लापता लोगों के परिवारों को पांच लाख दिए गए।
-अपंग को दो लाख, घायलों को फ्0 हजार रुपए दिए गए।
-भूमि क्षति पर आठ हजार प्रति नाली दी गई।
-दुधारू पशुओं के नुकसान पर ख्0 हजार रुपए।
-घोड़े, खच्चर की मौत पर भ्0 हजार प्रति पशु।
-ढाबे व दुकानों के नुकसान पर भ्0 हजार से एक लाख रुपए।
-होटल्स के नुकसान पर दो से साढ़े छह लाख रुपए मुआवजा।
-आपदा प्रभावित इलाकों में क्ख् क्लास तक के पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को भ्00 व उच्च शिक्षा वालों को एक हजार रुपए।
-बिजली व पानी के कर में ख्0क्भ् तक माफ करने का एलान किया गया है।
-सहकारी बैंक से लिए गए लोन दो वर्ष तक छूट।
-कंडी व पालकी क्0 हजार रुपए प्रति पालकी।
-ख्भ्00 आवासीय भवनों के निर्माण को दो लाख रुपए की सहायता।
-पांच लाख रुपए प्रति आवास अनुदान।
-चारधाम यात्रा मार्ग में यात्रियों की सुविधा के लिए एसडीआरएफ की तैनाती।
-यात्रा में यात्रियों के रजिस्ट्रेशन के लिए बायोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन।