- गरीब के जेब पर भारी पड़ रही जनधन योजना
- जीरो बैलेंस पर एटीएम उपयोग से बन रहे कर्जदार
- बैलेंस न होने से जनधन अकाउंट होल्डर्स को 27 रुपए तक का लग रहा चूना
DEHRADUN:
पेज वन इंट्रो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सबसे महत्वकांक्षी और देश की सबसे बड़ी योजना, जिससे सरकार को भारी उम्मीदें हैं। इतना ही नहीं सरकार इस योजना को गरीबों और मजदूरों के हित में एक मील का पत्थर मानकर चल रही है। सरकार भले ही इस योजना को देश की अर्थव्यव्यवस्था को मजबूती देने वाली योजना मान रही हो, लेकिन गरीबों के हित की यह योजना गरीबों की अर्थव्यवस्था बिगाड़ रही है। जाने अनजाने जन-धन अकाउंट होल्डर्स कर्ज के बोझ के नीचे दब रहें हैं। कैसे? यह हम आपको बता रहे हैं।
गरीबों को समृद्ध और संपन्न बनाने के मकसद से शुरू की गई जन-धन योजना अब गरीबों की जेब पर ही भारी पड़ रही है। योजना के तहत खोला गया अकाउंट उन्हें कर्जदार बना रहा है। बैंक नियमों के मुताबिक एटीएम का उपयोग करने के लिए अकाउंट में पैसा होना जरूरी होता है, लेकिन अगर अकाउंट में जीरो बैलेंस है तो इस स्थिति में एटीएम मशीन के उपयोग पर पेनल्टी लगती है। आरबीआई के नियमों के मुताबिक खाते का बैलेंस जीरो होने पर खाता धारक को पेनल्टी के रूप में चार्ज देना होता है। इसी चार्ज से अनजान जन-धन खाता धारक खुद को कर्जदार बना रहे हैं।
ख्0 लाख भ्0 हजार जन-धन खाते
देश के प्राइममिनिस्टर नरेंद्र मोदी की गरीबों के लिए शुरू की गई महत्वकांक्षी योजना 'जन-धन' खाता धारकों को समृद्ध बनाने की जगह कर्जदार बना रही है। जन-धन योजना के शुरू होने से अब तक उत्तराखंड स्टेट में बैंकों ने ख्0 लाख भ्0 हजार खाते खोले गए। यह खाते जीरो बैंलस पर खोले गए। बैंकों द्वारा इन खातों के लिए अकाउंट होल्डर्स को बकायदा डेबिट कार्ड भी दिए गए। ताकि अकाउंट होल्डर एटीएम मशीन द्वारा पैसा निकाल सकें।
नादानी पड़ रही भारी
अकाउंट होल्डर्स को दिए गए डेबिट कम एटीएम कार्ड ही अब उनके लिए मुसीबत बन गए हैं। हो यह रहा है कि अकाउंट होल्डर बिना अकाउंट में पैसा डाले ही बार-बार एटीएम मशीन में जाकर एटीएम कार्ड का यूज कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में अकाउंट होल्डर्स जितनी बार एटीएम मशीन में डेबिट कार्ड को स्वैप कर रहे हैं, जीरो बैलेंस होने पर हर बार उनके अकाउंट से पेनल्टी कट रही है।
बैलेंस आते ही कट जाएगी पेनल्टी
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के नियमों के मुताबिक किसी भी सेविंग अकाउंट में बैंलस जीरो होने पर उस खाते के डेबिट कम एटीएम कार्ड के उपयोग पर पेनल्टी लगाई जाती है। बैंक अधिकारी भी मानते हैं कि अगर खाते में उपयुक्त रकम नहीं है तो खाते के एटीएम कार्ड का उपयोग नहीं करना चाहिए।
क्म् रुपए लग रही पेनल्टी
खाते में उचित अमाउंट न होने की दशा में एटीएम का उपयोग करने पर अलग-अलग बैंक में पेनल्टी चार्जेज अलग है। धारक अगर एटीएम का उपयोग सेम ब्रांच के एटीएम मशीन में करता है तो 9 रुपए पेनल्टी चार्ज की जाती है। लेकिन अदर बैंक के एटीएम में यह पेनल्टी क्भ् से ख्7 रुपए हो जाती है। जब भी उसके अकाउंट में पैसा जमा होगा। बैंक उस डिपॉजिट से पेनल्टी काट लेगा। लेकिन इस बात की जानकारी नहीं होने से जनधन के अकाउंट होल्डर्स एटीएम का इस्तेमाल कर रहे है।
क्0 परसेंट से ज्यादा लोग हो रहे कर्जदार
अधिकारियों की मानें तो स्टेट में करीब क्0 परसेंट ऐसे अकाउंट होल्डर्स है जो बिना कुछ किए ही कर्जदार हो रहे हैं। उत्तराखंड में जन-धन योजना में खोले गए खातों पर नजर डालें तो ख्0 जुलाई ख्0क्भ् तक ख्0,ब्भ्,क्म्8 अकाउंट खाले गए। यह अकाउंट जीरो बैलेंस पर ओपेन किए गए। लेकिन इस संख्या का एक बड़ा हिस्सा है जो अपने अकाउंट में पैसे जमा नहीं कर रहे हैं। मगर गवर्नमेंट से योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ के चक्कर में वह बैलेंस चेक करते रहते हैं।
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क्या है जन-धन योजना?
आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के बैंक खाते खोलने का लक्ष्य है।
7.भ् करोड़ परिवारों को टारगेट किया गया है।
हर फैमिली में ख्-ख् यानी कुल क्भ् करोड़ खाते अगले ब् साल में खेलने का प्लान।
जिनके पास अभी तक कोई बैंक खाता नहीं उन्हें भी शामिल करने की योजना।
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यह मिलने है लाभ
- योजना के अंतर्गत क् लाख रुपए का एक्सिडेंटल इंश्योरेंस।
- फ्0 हजार का जनरल लाइफ इंश्योरेंस।
- खाते में भ् हजार रुपए की ओवर ड्रॉफ्ट सुविधा।
- फ्म् महीने में ओवर ड्राफ्ट का पैसा वापस करने की सुविधा।
- जीरो बैलेंस पर सेविंग अकाउंट खुलने की सुविधा।
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देश में कहीं भी पैसे भेज सकने की सुविधा।
- डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर का लाभ के लिए क्लेम करने की जरूरत नहीं।
- खाता खोलने के लिए केवाईसी नियमों में सख्ती नही।
- केवल आधार या पैन कार्ड के आधार पर खाता खुलने की सुविधा।
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प्रधानमंत्री जन-धन योजना के अंतर्गत खाते
उत्तराखंड
हाउसहोल्ड- ख्0,भ्म्,97भ्
अकाउंट होल्डर- ख्0,ब्भ्,क्म्8
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देहरादून में जन-धन योजना में खाते
हाउसहोल्ड- फ्,ब्7,00क्
अकाउंट होल्डर- फ्,ब्7,00क्
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वर्जन----
जीरो बैलेंस पर एटीएम का इस्तेमाल करने पर अकाउंट होल्डर पर निश्चित पेनल्टी लगाई जाती है। पेनल्टी का पैसा अकाउंट में पैसा जमा के समय कट जाता है। कुल मिलाकर पेनल्टी खाता धारक के अकाउंट से ही डिडक्ट होगी।
---- एससी चमोली, एजीएम, स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी, उत्तराखंड
आरबीआई की गाइडलाइन साफ है कि अकाउंट में पैसा न होने पर एटीएम के इस्तेमाल पर पेनल्टी लगेगी। आरबीआई का यह नियम जन-धन ही नहीं दूसरे अकाउंट होल्डर्स पर भी लागू होता है। पैसे की जानकारी लेने के चक्कर में लोग पेनल्टी का शिकार हो रहे हैं। सभी बैंक की बात करें तो क्भ् से ख्7 रुपए पेनल्टी के रुप में चार्ज किए जाते हैं।
----- जगमोहन मेंदीरत्ता, जनरल सेक्रेटरी, उत्तराखंड बैंक एम्प्लॉय यूनियन
निश्चित सीमा के बाद एटीएम के यूसेज पर चार्ज लगाया जाता है। यह सेम बैंक और अदर बैंक में डिफरेंटली चार्ज किया जाता है। जीरो बैलेंस होने पर भी यह पेनल्टी लगेगी। जो कि बाद में खाते में पैसा जमा होने पर काट ली जाती है। तकरीबन सभी बैंक में एक सी प्रक्रिया होती है।
---- सिसिल विलियम्स, पीआरओ, एसबीआई