- केदारनाथ मंदिर की 62 साल पुरानी दरार होगी दुरुस्त

- अगले वर्ष तक दरार को पाटने का काम शुरू होनी की उम्मीद

- ड्रेनेज, फ्लोरिंग व ईस्टर्न गेट के टूटे हिस्से की मरम्मत हुई पूरी

>DEHRADUN: जून ख्0क्फ् की आपदा से केदारनाथ मंदिर को हुए नुकसान के बाद अब यहां आपदा के जख्मों का नामोनिशान ढूंढ पाना आसान नहीं है। केदारनाथ मंदिर अपने उसी स्वरूप में दिखाई दे रहा है जो आपदा से पहले था। अब केदारनाथ मंदिर के मुख्य द्वार के ऊपर म्ख् साल पुरानी दरार को दुरुस्त करने की भी कवायद शुरू कर दी गई है, अगले वर्ष तक इसका काम शुरू कर दिया जाएगा।

दिन-रात जुटा है एएसआई

तीन साल पहले केदारघाटी की विनाशकारी आपदा में केदारनाथ मंदिर को भी खासा नुकसान पहुंचा था। मंदिर के ईस्टर्न गेट का एक हिस्सा भारी पत्थर आने के बाद टूट गया था। मंदिर के नीचे का ड्रेनेज सिस्टम भी गड़बड़ा गया था। ऐसे ही मंदिर परिसर का नॉर्थ ईस्ट कार्नर भी बह गया था। मंदिर के मुख्य द्वार के आगे नंदी की प्रतिमा भी मलबे में डूब गई थी और मंदिर का फ्लोर भी क्षतिग्रस्त हो गया था। मंदिर को अपने पुराने स्वरूप में लाने के लिए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। तब से लेकर अब तक एएसआई की टीम दिन-रात काम में जुटी है। बताया गया है कि इन तीन सालों में आपदा से केदारनाथ मंदिर को पहुंचे नुकसान का आधा काम पूरा हो चुका है।

अब तक क्या-क्या हुआ

- मंदिर के ईस्टर्न गेट की मरम्मत।

- ड्रेनेज सिस्टम का सुधारीकरण। बारिश के दौरान अब अंदर ही अंदर होगी पानी की निकासी।

- मंदिर के फ्लोर का पुनर्निर्माण कार्य पूरा।

- फ्लड में बहे नार्थ ईस्ट कॉर्नर स्थापित कर दिया गया है।

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मंदिर में लगे एग्जॉस्ट फैन

मंदिर में दिए के धुएं की निकासी के लिए एग्जॉस्ट फैन लगाए जा रहे हैं, जिससे मंदिर के अंदर धुएं से किसी तरह का नुकसान न पहुंचे और मंदिर को प्रदूषण से बचाया जा सके।

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राजस्थान से बुलाए गए कारीगर

आपदा के कारण मंदिर को जो नुकसान पहुंचा है, उसके लिए बाकायदा एएसआई ने राजस्थान से कारीगरों को बुलाकर वैसे ही कलाकृति को अंतिम रूप दिया है। हालांकि पत्थर केदारनाथ के ही बताए गए हैं।

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मंदिर के भित्ति-चित्रों को उभारा

आपदा के बाद एएसआई ने मंदिर के भीतर प्राचीन भित्ति-चित्रों पर खतरे की आशंका जताई थी। बताया गया था कि धूप, अगरबत्ती व दिए के धुएं के कारण मंदिर के अंदर बने भित्ति-चित्रों को नुकसान पहुंच रहा है। आपदा पुनर्निर्माण कार्यो के दौरान एएसआई ने विशेष केमिकल के जरिए इन भित्ति-चित्रों को दोबारा उभारा था, लेकिन बताया जा रहा है कि फिर वही स्थिति सामने अा रही है।

पुरानी दरार होगी दुरुस्त

एएसआई का कहना है कि अगले वर्ष तक केदारनाथ मंदिर के मुख्य द्वार के ऊपर आई दरार को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। यह दरार म्ख् साल पुरानी बताई जाती है। क्9भ्ब् में यह दरार आई थी, हालांकि पिछले तीन सालों से एएसआई यह बता नहीं पा रहा है कि केदारनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का काम कब तक पूरा होगा।