देहरादून (ब्यूरो) दून में ट्रैफिक के हाल किसी से छुपे नहीं है। हर दिन ट्रैफिक एक मुसीबत बन जाता है। राज्य गठन के बाद कई एक्सपेरिमेंट्स हो चुके हैं। सफलता नहीं मिल पाईं। इसमें एक बड़ी वजह सड़कों के किनारे नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करना भी है। इससे निजात पाने के लिए अब पुलिस ने नया एक्सपेरिमेंट शुरू किया है। कहा गया है कि दून शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने व सड़कों पर कहीं पर भी वाहनों को खड़ा करने की लोगों की प्रवृत्ति में सुधार आए। इसके लिए टै्रफिक पुलिस में नियुक्त महिला पुलिस कार्मिकों की स्पेशल टीम बनाई गई। जिसको क्लैम्प मोबाइल टीम नाम दिया गया है।

महिला पुलिस का दस्ता लेगा एक्शन
महिला पुलिस कर्मियों का यह पेट्रोलिंग दस्ता सिटी के हर इलाके में दिन-रात गश्त करेगा। जहां पर नो पार्किंग जोन में वाहन खड़े दिखेंगे, वहीं पर वाहनों को टो कर दिया जाएगा। सड़कों के किनारे खड़े वाहनों के टायर वहीं पर जाम हो जाएंगे। हालांकि, पहले भी सड़कों के किनारे खड़े वाहनों को ट्रैफिक पुलिस टो कर ले जाया करती थी। लेकिन, इसमें ज्यादा सफलता नहीं मिली। यहां तक कि हर कोई पुलिस कर्मियों तक से लड़-झगड़ जाया करता था। लेकिन, अब महिला पुलिस कर्मी ऐसे वाहनों का सामना करेंगी और वाहनों के टायर भी क्लैम्प के जरिए जाम करेंगी।

ट्रायल सक्सेस, अब प्लानिंग
पुलिस के मुताबिक अक्सर जो वाहन सड़कों कि किनारे नो पार्किंग जोन में खड़े होते हैं। उनके अंदर अक्सर महिलाएं या फिर बच्चे ही बैठकर इंतजार कर रहे होते हैं। ऐसे में पुलिस ने भी महिला पुलिस कार्मिकों को इसका जिम्मा सौंप दिया है। एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे के अनुसार महिलाएं सॉफ्ट स्पोकन होने के साथ सिचुएशन को आसानी से डील करने में बेहतर होती हैं। पुलिस का मानना है कि महिला पुलिस से हर किसी का उलझना भी आसान नहीं होगा। इसीलिए महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। एसपी ट्रैफिक के अनुसार इसके लिए पिछले दो दिनों से सिटी के तमाम इलाकों में ट्रायल भी हुआ, जो सक्सेस रहा। अब पुलिस ने संडे से इसको जमीं पर उतार दिया है।