मनरेगा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर किया सचिवालय कूच

पुलिस की ओर से नालापानी चौक के पास बेरिकेड लगाकर रोकने पर धक्कामुक्की

देहरादून,

अपनी मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारियों ने ट्यूजडे को सचिवालय कूच किया। कूच के दौरान मनरेगा कर्मचारियों को पुलिस की ओर से नालापानी चौक के पास बेरिकेड लगाकर रोकने पर उनकी पुलिस के साथ धक्कामुक्की हुई। एसडीएम ने कर्मचारियों को सीएम से वार्ता का आश्वासन दिया, जिसके बाद कर्मचारी लौटे।

नियमितीकरण, समायोजन, वेतन वृद्धि की मांग

महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन से जुड़े विभिन्न जिलों के कर्मचारी ट्यूजडे सुबह एकता विहार स्थित धरनास्थल पर एकत्र हुए। जिसमें प्रधान संघ के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर संबल के साथ पौड़ी, चकराता, ऊधमसिंह नगर, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग के प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष भी शामिल रहे। वह अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए 12 बजे धरनास्थल से सचिवालय कूच के लिए निकले। नालापानी चौक पर पुलिस ने बेरिकेड लगाकर कर्मचारियों को रोकना चाहा, लेकिन वह आगे बढ़ने लगे। जिसके चलते कर्मचारियों की पुलिस के साथ काफी देर तक धक्कामुक्की हुई। इसके बाद कर्मचारी वहीं धरने पर बैठे और नारेबाजी करने लगे। एसडीएम ललित मोहन कर्मचारियों के बीच पहुंचे और उन्हें वेडनसडे को सीएम तीरथ सिंह रावत से वार्ता का आश्वासन दिया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरमणी सेमवाल ने कहा कि बीते 23 दिनों से मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है, लेकिन सरकार की ओर से कोई आश्वासन नही मिला। जिसके चलते कर्मचारियों को सचिवालय कूच करना पड़ा। उन्होंने बताया कि सीएम से होने वाली वार्ता विफल होने पर कर्मचारी बेमियादी अनशन शुरू करेंगे।

बेरिकेड पर परेशानी

नालापानी चौक पर कूच करने वाले कर्मचारियों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेड से यहां से गुजरने वाले बुजुर्ग व कोचिंग वाले स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि जैसे-जैसे आने-जाने वालों की परेशानी बढ़ने लगी तो पुलिस ने एक तरफ से बेरिकेड हटाकर उन्हें आगे भेजा।

सोशल डिस्टेसिंग की उड़ी धज्जियां

एक तरफ कोरोना के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं, वहीं विभिन्न जिलों से काफी संख्या में सचिवालय कूच करने पहुंचे कर्मचारियों के बीच सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ती दिखीं।