गिरोह के पांच लोग गिरफ्तार, पेपर का दिल्ली में होगा मिलान

-लोकल सेंटर्स पर मिले पेपर से नहीं हुआ लीक पेपर का मिलान

-आरोपियों में एक दिल्ली का और चार बिहार के

-नैनीताल के रामनगर में एक रिजॉर्ट से हुई गिरफ्तारी

-एक से दो लाख तक की हुई थी डील, कई कैंडिडेट्स से ली एडवांस रकम

NANITAL: नीट-टू का पेपर लीक कराने का दावा करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का रविवार को भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक आरोपी दिल्ली जबकि चार बिहार के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तथाकथित पेपर, 90 हजार की नकदी, लाखों रुपये के कई चेक और कई दूसरे दस्तावेज भी जब्त किए हैं। गिरफ्तारी रामनगर के एक रिजॉर्ट से तड़के करीब साढ़े तीन बजे हुई। रिजॉर्ट में उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों के ब्भ् अभ्यर्थियों को कथित पेपर के उत्तर तैयार कराए जा रहे थे। नैनीताल की एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने बताया कि रविवार को यहां के सात सेंटरों पर सम्पन्न हुई नीट टू परीक्षा में आए प्रश्नपत्र से बरामद प्रश्नपत्र मेल नहीं खा रहा है। इसलिए इसे सीबीएसई दिल्ली को भेजा गया है। बोर्ड अधिकारी ही बता पाएंगे कि प्रश्नपत्र लीक हुआ या नहीं।

पहले ही मिल गई थी सूचना

पुलिस का कहना है कि उसे ये सूचना तीन दिन पहले ही मिल गई थी कि कोई गिरोह नीट-टू का पेपर लीक करने के दावे के साथ कुछ कैंडिडेट्स को एक होटल में बुलाने वाला है। इसलिए पुलिस ने पहले ही जाल फैला लिया था। पुलिस को ये भी पता चला था कि हल्द्वानी के कुछ होटलों में एक्जाम देने आए कैंडिडेट्स ठहरे हुए हैं। ख्फ् जुलाई को ये सभी कैंडिडेट्स होटल छोड़कर चले गए। बाद में इनकी लोकेशन रामनगर में ट्रेस हुई। सादी वर्दी में पहुंचे पुलिसवाले जब रामनगर के होटल में कमरा बुक कराने के बहाने पहुंचे तो पता चला कि सारे कमरे बुक हैं।

सादी वर्दी में पेरेंट्स से पूछताछ

पुलिस सादी वर्दी में पेरेंट्स की भीड़ के साथ रिजॉर्ट में शामिल हो गई। पता चला कि डाइनिंग हॉल में गिरोह के सदस्य कैंडिडेट्स को पेपर सॉल्व करा रहे हैं। पुलिस ने पूरा रिजॉर्ट घेर लिया और सभी को दबोच लिया। यहां जो कैंडिडेट्स आए थे वो बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़, दिल्ली आदि प्रदेशों के थे। हल्द्वानी में नीट-टू की परीक्षा के लिए 7 सेंटर्स बनाए गए थे, जिनमें ब्म्00 कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे।

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पेपर लीक कराने के बहाने ठगी

पेपर लीक करने का दावा करने वाले इस गिरोह ने एक-एक कैंडिडेट्स से एक लाख से लेकर दो लाख तक में सौदा तय किया था। माना जा रहा है कि गिरोह पेपर लीक करने का झूठा दावा कर कैंडिडेट्स को ठगता था। ये इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि गिरोह के सदस्य जो पेपर सॉल्व कर कैंडिडेट्स को बेच रहे थे उसके सवाल नीट-टू के सवालों से जरा भी मैच नहीं हुए। इस गिरोह की ये प्लानिंग थी कि एग्जाम की पहली रात वे कैंडिडेट्स को पेपर सॉल्व कराकर सुबह रामनगर से हल्द्वानी छोड़ देंगे।

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ये हैं गिरोह सदस्यों के नाम

संजय कुमार प्रभात, निशात अहमद अजय कुमार सिन्हा, विकास कुमार और दिनेश प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है।

वर्जन

पांच आरोपियों को पकड़ा गया है। तीन को रामनगर से पकड़ा गया और उनकी निशानदेही पर दो अन्य को हल्द्वानी से गिरफ्तार किया गया है। ये लोग कई कैंडिडेट्स से एडवांस रकम ले चुके थे। ये पैसा दिल्ली और बिहार के एकाउंट्स में ट्रांसफर किया गया।

स्वीटी अग्रवाल, एसएसपी