आई कंसर्न

-दून हॉस्पिटल में खत्म हुई बच्चों की दवाइयां

-बाहर से दवा लेने को मजबूर हो रहे हैं लोग

-छोटे बच्चों की दवा को लेकर भी बरती जा रही है ढिलाई

DEHRADUN: राजकीय देहरादून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बच्चों के इलाज के लिए दवाएं तक उपलब्ध नहीं हैं। दवाओं का स्टॉक निल है जिससे यहां इलाज के लिए पहुंच रहे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।

एक हफ्ते से नहीं दवाएं

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के बाल विभाग की ओपीडी में हर रोज दर्जनों बच्चों को दवा दिलाने के लिए मां-बाप पहुंचते हैं। ओपीडी में ड्यूटी पर चिकित्सक भी पहुंचते हैं लेकिन, यहां दवाओं का भारी टोटा है। बताया गया है कि करीब एक हफ्ते से हॉस्पिटल में दवाएं नहीं हैं। बावजूद इसके अभी तक मामले को लेकर हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन गंभीर नहीं है। मजबूरी में लोगों को बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं।

मिर्गी के मरीज ज्यादा परेशान

सामान्य बीमारियों की बात तो छोडि़ए यहां गंभीर बीमारियों के इलाज में दी जाने वाली दवाएं भी नहीं मिल रहीं। मिर्गी के इलाज में दी जाने वाली दवाएं तो बिल्कुल आउट ऑफ स्टॉक हैं। इन दवाओं में फ्रीजियम और वेल्प्रिन आदि टेबलेट्स प्रमुख रूप से शामिल हैं, जो उपलब्ध नहीं हैं। मिर्गी में दिया जाने वाला सिरप एप्टोइन भी सरकारी स्टॉक में निल हो चुका है।

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हॉस्पिटल में काफी लोग दवा लेने आते हैं, लेकिन बच्चों तक की दवा यहां नहीं हैं।

रवि प्रकाश

कायदे से इतने बड़े हॉस्पिटल में बच्चों की दवा तो होनी ही चाहिए। यह तो लापरवाही ही है।

सुशील

बड़ों को लेकर तो ज्यादा परेशानी नहीं होती, लेकिन बच्चों को लेकर परेशानी है। बच्चों की दवाएं मिलनी चाहिए।

इमरान

ऑफिशियल स्टैंड-------------

बच्चों के इलाज के लिए यूज होने वाली कुछ दवाएं खत्म हुई हैं। इनका स्टॉक जल्द ही मंगवाया जा रहा है।

डॉ। केके टम्टा, चिकित्सा अधीक्षक