देहरादून (ब्यूरो)। प्रदेश में उड़ान योजना के तहत 13 स्थानों से हेली सेवाओं के संचालन को परमिशन मिली है। 2019 में प्रदेश सरकार ने उड़ान योजना के तहत दून-चिन्यालीसौड़, दून-टिहरी, दून- श्रीनगर-गौचर व हल्द्वानी-पिथौरागढ़ हेली सेवाओं के संचालन का निर्णय लिया। इनमें से कुछ सेवाएं शुरू भी हुईं। इनमें बाध्यता यह थी कि इन मार्गों पर केवल डबल इंजन हेलीकॉप्टर ही संचालित हो सकते हैं। जिन कंपनियों को इन स्थानों पर हेली सेवा संचालित करने का टेंडर मिला, वे यह व्यवस्था बरकरार नहीं रख पाईं। इसका कारण यह बताया गया कि उनके पास डबल इंजन हेलीकॉप्टर कम थे। इससे प्रदेश में उड़ान योजना के तहत शुरू की गई हेली सेवाएं लड़खड़ाने लगी। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन विभाग से प्रदेश में संचालित होने वाली हेली सेवाओं के लिए सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर के संचालन को अनुमति देने का अनुरोध किया। इसकी अनुमति मिलने में प्रदेश सरकार को तकरीबन एक साल से अधिक का समय लगा। अब केंद्र ने उड़ान 4.1 योजना के तहत उत्तराखंड के लिए स्वीकृत हेली मार्गों पर सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर के संचालन की परमिशन दे दी है। सिविल एविएशन सेक्रेटरी दिलीप जावलकर ने कहा कि केंद्र ने हाल ही में जो 7 मार्ग स्वीकृत किए हैं, उनमें सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर के संचालन को अनुमति दे दी गई है। वर्ष के अंत तक इनमें से अधिकांश मार्गों पर हवाई सेवा संचालित होनी शुरू हो जाएगी।

इन रूट्स पर मंजूरी

दून-श्रीनगर-दून

दून-गौचर-दून

हल्द्वानी-हरिद्वार-हल्द्वानी

पंतनगर-पिथौरागढ़-पंतनगर

चिन्यालीसौड़-सहस्रधारा-चिन्यालीसौड़

गौचर-सहस्रधारा-गौचर

हल्द्वानी-धारचूला-हल्द्वानी