90 ग्राम वजन की रोटी या बन

45 ग्राम गुड़

45 ग्राम अरहर की दाल

45 ग्राम उड़द की दाल

जेलों में महीनेभर में मिलता है 75 ग्राम नहाने का साबुन!

-आरटीआई के तहत जेलों में बंदियों को मिलने वाले सामग्रियों की हकीकत

-बंदियों को 35 से लेकर 50 रुपए तक का रोजाना मिलती है भोजन सामग्री

DEHRADUN: भ्0 ग्राम लकड़ी में चाय बनती है और ब्0 ग्राम लकड़ी में नाश्ता। इसके अलावा एक महीने में 7भ् ग्राम नहाने का सामान मिलता है। यकीनन आपके जेहन में यह सवाल तैर रहा होगा, लेकिन यह सच है। उत्तराखंड की जेलों में यह असंभव कार्य संभव हो रहा है। यह खुलासा हुआ सूचना के अधिकार में। जिसको देखकर आप भी अचरज में पड़ जाएंगे।

टूथपेस्ट भी सीमित मात्रा में

जेल विभाग से सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी पर विश्वास किया जाए तो जेलों में एक बंदी पर सुबह का नाश्ता, दिन का भोजन, चाय और रात के भोजन पर सरकार फ्भ् से लेकर ब्0 रुपए तक खर्च होता है। मिली जानकारी के अनुसार हर माह एक बंदी को राशन के अलावा क्00 ग्राम टूथपेस्ट, कपड़े धोने के लिए क्ख्0 ग्राम वजन का साबुन और 7भ् ग्राम नहाने का साबुन दिया जाता है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि सूबे की जेलों में बंदी साफ-सफाई के प्रति कितने सजग रह पाते होंगे। हालांकि सूचना के अधिकार में बताया कि अब सरकार के आदेशों के बाद तीन दिन विचाराधीन बंदी को भ्भ् ग्राम व सजायाफ्ता को 70 ग्राम वजन की मंडुवे की रोटी भी दी जाने लगी है।

कई बार नहीं मिलता पूरे दिन भोजन

तमाम जेलों से मिली जानकारी के अनुसार आधा पेट भोजन की समस्या तो हर जगह है, लेकिन जो जेलें जिला अदालतों से काफी दूर हैं, वहां विचाराधीन बंदियों को सुबह क्0 बजे अदालत पहुंचाने के लिए सुबह आठ व नौ बजे ही गाडि़यों में बिठा दिया जाता है। शाम ढलने के बाद जेल पहुंचने के उपरांत ही बंदियों को भोजन नसीब हो पाता है। टिहरी जेल से मिली एक आरटीआई सूचना के अधिकार के तहत एक बंदी को प्रति दिन चाय के लिए भ्0 ग्राम, नाश्ते के लिए ब्0 ग्राम व दोनों वक्त भोजन के लिए भ्ख्भ् ग्राम लकड़ी उपलब्ध कराई जाती है। बात राशन की हो तो सूचना के अधिकार में ही मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार से लेकर संडे तक बंदियों के लिए राशन भी तय है। जिसमें सोमवार को एक बंदी को 90 ग्राम वजन की रोटी या बन, ब्भ् ग्राम गुड़, भोजन में ब्भ् ग्राम अरहर की दाल और शाम के भोजन के लिए ब्भ् ग्राम उड़द की दाल मुहैया कराई जाती है।

आधा ग्राम मिर्च व दो ग्राम नमक

राशन में ही आधा ग्राम मिर्च, दो ग्राम नमक, एक ग्राम तेल और दो ग्राम आमचूर भी मुहैया कराया जाता है। वहीं विचाराधीन व सजायाफ्ता बंदियों को मिलने वाले राशन में भी अंतर बताया गया है। कारण, सजायाफ्ता कैदी का जेल प्रवास लंबा होता है। विचाराधीन बंदी को एक दिन में भ्ब्0 ग्राम आटा, जबकि सजायाफ्ता बंदी को 700 ग्राम आटा दिया जाता है। वहीं चावल में भी सजायाफ्ता बंदी का हिस्सा ज्यादा बताया गया है। ऐसे ही ख्फ्0 ग्राम सब्जी भी दोनों प्रकार के बंदियों को मिलती है।

कुपोषण की भी शिकायत

उप कारागार रुड़की से उपलब्ध हुई आरटीआई सूचना के अनुसार एक बंदी के भोजन आदि पर औसतन फ्भ् से लेकर ब्0 रुपए तक का खर्च आता है। नैनीताल जेल में प्रति बंदी पर प्रति दिन भ्0 रुपए का खर्च आ रहा है। कुल मिलाकर जेलों में मौजूद बंदियों को भरपेट भोजन न मिलने के कारण कुपोषण की शिकायतें भी सामने आने की यही वजह जानकार बता रहे हैं।