-राजा जी पार्क में टाइगर ट्रांस लोकेट प्रोजेक्ट

-पिछले माह पांच टाइगर के शिकार के बाद सुरक्षा बड़ा सवाल

-राजा जी पार्क में बढ़ाया जाना है टाइगर का दायरा

-राजा जी पार्क की सभी रेंज में 14 टाइगर

>DEHRADUN: राजा जी पार्क में टाइगर ट्रांस लोकेट प्रोजेक्ट का पूरा प्लान तैयार करने के बाद भी वन विभाग शिकारियों से डर रहा है। पिछले छह माह से इस प्लान पर मशक्कत चल रही है और इसे हर स्तर से हरी झंडी मिल चुकी है। पिछले माह कार्बेट पार्क के पास से शिकारियों द्वारा पांच टाइगर का शिकार करने का प्रकरण सामने आने के बाद सुरक्षा सबसे बड़ा सवाल बन गई है। वन अधिकारी टाइगर की सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखाई पड़ रहे हैं।

राजा जी पार्क में क्ब् टाइगर

वर्ष ख्0क्ब् में हुई टाइगर गणना की गई थी। इसमें राजा जी पार्क में कुल क्ब् टाइगर हैं। इसमें क्ख् टाइगर चीला और गोहरी रेंज में हैं। वहीं दो टाइगर मोतीचूर रेंज में हैं। पिछले ही साल राजा जी पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा भी मिल चुका है। राजा जी पार्क प्रशासन मोतीचूर वन रेंज में टाइगर की संख्या न बढ़ने के कारण सर्वे कराया था। सर्वे के बाद मोतीचूर रेंज में दो टाइगरेस चिन्हित की गई थी। ऐसे में इस रेंज में इस कारण उनकी संख्या नहीं बढ़ी है। इसलिए यहां पर दो टाइगर छोड़ने की तैयारी है।

पन्ना की तर्ज पर तैयार हुआ प्लान

राजा जी पार्क में टाइगर को दूसरी रेंज में छोड़ने के लिए पूरा प्लान पन्ना की तर्ज पर तैयार किया गया है। पन्ना टाइगर रिजर्व में पहले टाइगर ट्रांस लोकेट प्रोजेक्ट सफलता पूर्वक लागू किया जा चुका है। अब राजा जी पार्क में भी इसी तरह प्लान लागू होगा।

शिकारियों से सहमा विभाग

वन विभाग ने पूरा प्लान तैयार कर लिया है। राजा जी पार्क के पास से काफी घुमंतू जाति के लोगों को हटाया जा चुका है। वहीं मोतीचूर सहित कई रेंज को टाइगर के रहने लायक बना दिया गया है, लेकिन पिछले दिनों हुई पांच टाइगर के शिकार की घटना को देखकर वन अधिकारी सहमे हुए हैं। वन विभाग टाइगर की सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं लेना चाहते, इसलिए प्रोजेक्ट को लागू करने में समय लगाया जा रहा है।

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टाइगर ट्रांस लोकेट प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इस प्रोजेक्ट से राजा जी पार्क में टाइगर की संख्या बढे़गा और यह बहुत अच्छी पहल है। इससे पहले सुरक्षा सहित कई बिंदुओं पर समीक्षा होनी है। इसके बाद ही प्रोजेक्ट लागू होगा।

--डा.धनंजय मोहन , मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव