-दिल्ली से लौटने के पांच घंटे बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शाम सवा चार बजे राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
-आज होने वाली भाजपा विधानमंडल की बैठक में होगा नए नाम की घोषणा, सबकी निगाहें टिकी
देहरादून, चार दिनों से उत्तराखंड की राजनीति में आया भूचाल मंगलवार को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद आखिरकार थम गया। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली से लौटने के करीब पांच घंटे बाद शाम सवा चार बजे राजभवन में गवर्नर बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंपा। गवर्नर ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए राज्य में नए मुख्यमंत्री के पदभार ग्रहण करने की अवधि तक कार्यवाहक सीएम के रूप में पद पर बने रहने को कहा है। नए मुख्यमंत्री चुनने के लिए भाजपा विधानमंडल दल की बैठक बुधवार को बीजेपी मुख्यालय पर होगा। जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह के साथ प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम भी मौजूद रहेंगे।
11 बजे पहुंचे दून, 4 बजे इस्तीफा
बीते शनिवार से उत्तराखंड में चल रहे सियासी हलचल पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के रिजाइन करने के बाद अब विराम लग गया है। हालांकि, नए सीएम को लेकर चल रही चर्चाओं का अंत बुधवार को होने की उम्मीद है। दिल्ली में हाईकमान से मुलाकात के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे दिल्ली से दून पहुंचे। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर समर्थकों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान एयरपोर्ट पर सीएम के साथ दिल्ली से से लौटे विधायक मुन्ना सिंह चौहान के अलावा कोई विधायक या मंत्री नजर नहीं आए। त्रिवेंद्र दोपहर करीब दोपहर 12 बजे सीएम आवास पहुंचे। इसके बाद इस्तीफे को लेकर कयास शुरू हो गए। धीरे-धीरे त्रिवेंद्र सिंह रावत के समर्थक भी सीएम आवास पहुंचे, और उनके समर्थन में नारेबाजी भी की। इधर, प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीएम शाम चार बजे राज्यपाल मुलाकात के लिए राजभवन जाएंगे। इससे साफ हो गया कि कि सीएम राजभवन को अपना इस्तीफा सौंपने जा रहे हैं। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने जानकारी दी कि बुधवार सुबह 10 बजे देहरादून में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई है। वहीं शाम सवा चार बजे राजभवन पहुंचे और गवर्नर को अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने मीडियाकर्मियों को अपनी जानकारी दी।
नहीं बना पाए रिकॉर्ड
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 18 मार्च 2017 को राज्य के 9वें सीएम के रूप में कुर्सी संभाली थी। 18 मार्च को त्रिवेंद्र सरकार को 4 साल पूरे होने थे। लेकिन चार वर्ष पूरे होने के नौ दिन पहले ही उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी। इस प्रकार से त्रिवेंद्र भी उन पूर्व मुख्यमंत्रियों की सूची में शामिल हो गए, जो अपने शासनकाल के पांच साल पूरा नहीं कर पाए। उत्तराखंड में 5 साल का कार्यकाल पूर्ण करने वाले अब तक केवल एनडी तिवारी ही शामिल हैं।
दिनभर ऐसा रहा घटनाक्रम
सुबह 11 बजे।
-दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व विधायक मुन्ना चौहान रहे मौजूद
दोपहर 12 बजे।
-सीएम आवास पहुंचे सीएम, समर्थकों का आवास पर पहुंचने का शुरू हुआ सिलसिला।
दोपहर 1 बजे
-सीएम आवास पर समर्थकों ने काफी देर तक की नारेबाजी
दोपहर 1.25 बजे
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर बोले, शाम चार बजे राजभवन जाएंगे सीएम।
दोपहर 3.30 बजे
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक और राज्य मंत्री धन सिंह समेत कई विधायक पहुंचे सीएम आवास।
शाम 4.00 बजे
सीएम आवास से त्रिवेंद्र सिंह रावत निकले राजभवन।
शाम 4.15 बजे
सीएम ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा।
शाम 4.30 बजे
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे सीएम, इस्तीफा सौंपने की दी जानकारी।
सीएम आवास पर पहुंचने वाले
-कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक
-राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ। धन सिंह रावत
-प्रदेश अध्यक्ष व विधायक बंशीधर भगत
-विधायकों में हरबंस कपूर, मुन्ना सिंह चौहान, भरत चौधरी, केदार सिंह रावत, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, चंद्रा पंत व मेयर सुनील उनियाल गामा।