सम्मान के साथ हुई अंतिम विदाई
पिता जीत सिंह ने बेटे के लिए लड़की भी पसंद कर ली थी। कुछ ही दिन में सगाई भी होनी थी। घरवालों ने सोचा जब मनोज रक्षा बंधन के मौके पर घर आएंगे तो इस ही दौरान उनकी सगाई भी करवा दी जाएगी। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था,वेडनसडे सुबह डेड बॉडी घर पहुंचते ही राणा परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। वहां मौजूद हर शख्स की आंख नम हो गई। राणा परिवार के बीच पहुंचे सैन्य अधिकारियों ने कहा कि मनोज ने पूरी बहादुरी के साथ आतंकियों का मुकाबला किया। उनकी शहादत पर इंडियन आर्मी को गर्व है। सम्मान के साथ अंतिम विदाई के बाद शहीद का अंतिम संस्कार कर दिया।