- मूल्यांकन प्रक्रिया बदलने से परिणामों में आएगी तेजी

- डिफरेंट सब्जेक्ट्स के एक्सप‌र्ट्स करेंगे प्रॉसेस को मॉनिटर

- बोर्ड एग्जाम की तर्ज पर सेंटर बनाकर जांची जाएंगी कॉपियां

DEHRADUN: एग्जाम रिजल्ट्स जारी करने में होने वाली देरी से बचने के लिए श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी अब कॉपियों के इवैल्युएशन यानि मूल्यांकन का पैटर्न बदलने जा रही है। अब यूनिवर्सिटी संबंधित सब्जेक्ट्स के अलअ-अलग टीचर्स को कॉपियों का मूल्यांकन करने के लिए नहीं भेजेगी। यूनिवर्सिटी ने बीते साल इस प्रक्रिया को लेकर निर्णय लिया था, जिसे इस साल से लागू किया जा रहा है। इवैल्युएशन के लिए यूनिवर्सिटी बोर्ड एग्जाम की तर्ज पर इवैल्युएशन सेंटर बनाकर कॉपी चेकिंग का काम कराएगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी देहरादून, कोटद्वार, श्रीनगर और टिहरी में इवैल्युएशन सेंटर बनाने पर विचार कर रही है।

एग्जाम के बाद रिजल्ट में देरी से स्टूडेंट्स को भारी परेशानियां भुगतनी पड़ती हैं। इसी को देखते हुए श्री देव सुमन यूनिवर्सिटी अब रिजल्ट में लगने वाले समय को कम करने जा रही है। इसके लिए यूनिवर्सिटी इवैल्युएशन सिस्टम को और प्रभावी बनाने पर विचार कर रही है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा। उदय सिंह रावत ने बताया कि इवैल्युएशन पैटर्न बदलने से रिजल्ट में अनावश्यक देरी नही होगी।

अनुभवों से लिया सबक

दरअसल इवैल्युएशन को लेकर यूनिवर्सिटी का बीते सालों का अनुभव कुछ खास नहीं रहा है। एक साल पहले यूनिवर्सिटी ने राजधानी के कई टीचर्स को इवैल्युएशन के लिए संबंधित सब्जेक्ट्स की कॉपियां दी थी। लेकिन एक से दो महीने का समय गुजारने के बाद कॉपियां बिना जांचे ही वापस कर दी गई थी। टीचर्स ने समय का अभाव बताते हुए यह कॉपियां यूनिवर्सिटी को लौटाई, लेकिन इस कारण रिजल्ट को लेकर यूनिवर्सिटी के सामने परेशानी खड़ी हो गई थी। यूनिवर्सिटी ने आनन फानन में दूसरे टीचर्स से कॉपियों का मूल्यांकन करवाया, लेकिन इस वजह से यूनिवर्सिटी को रिजल्ट जारी करने में लगभग एक माह की देरी हों गई। इसी को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने टीचर्स को कॉपियां भेजने के स्थान पर इवैल्युएशन सेंटर्स बनाते हुए कॉपियों का मूल्यांकन कराने का फैसला लिया है।

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इवैल्युएशन के लिए कॉपियां टीचर्स को नहीं भेजी जाएंगी। इसके स्थान पर इवैल्युएशन सेंटर्स बनाए जाएंगे। जहां पहुंचकर टीचर्स कॉपी चेकिंग का कार्य करेंगे। हर सेंटर पर एक कोऑर्डिनेटर तैनात किया जाएगा। इसके बाद कॉपियों का मूल्यांकन कर यूनिवर्सिटी को नंबर भेजे जाएंगे।

---- डा। उदय सिंह रावत, वाइस चांसलर, श्री देव सुमन यूनिवर्सिटी