- एचएनबी उत्तराखंड मेडिकल यूनिवर्सिटी तैयार कर रही सॉफ्टवेयर

- बैंकों और स्टूडेंट्स के अकाउंट को लिंक होने के बाद शुरू होगी प्रक्रिया

- इंटरनेट बैंकिंग के लिए शुरू हुआ कोडिंग का काम

DEHRADUN: उत्तराखंड प्री मेडिकल/प्री डेंटल टेस्ट (यूपीएमटी) की फीस को लेकर स्टूडेंट्स का लंबा इंतजार जल्द ही खत्म हो जाएगा। स्टूडेंट्स को उनकी फीस एक खास सॉफ्टवेयर के जरिए वापस की जाएगी। एचएनबी उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी द्वारा यह सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है।

देशभर के मेडिकल कॉलेजेज की एमबीबीएस और बीडीएस की सीटों पर एक ही एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट कराने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रदेश का यूपीएमटी एग्जाम रद्द कर दिया गया था। जिस कारण आवेदन करने वाले करीब क्ख्,ख्भ्0 कैंडिडेट्स एग्जाम में शामिल नहीं हो पाए। एग्जाम आयोजित न होने के बाद उत्तराखंड शासन ने आवेदकों की फीस वापस करने का फैसला लिया था। फीस वापसी का जिम्मा मेडिकल यूनिवर्सिटी को दिया गया था।

तैयार हो रहा खास सॉफ्टवेयर

एग्जाम के लिए जनरल कैटेगरी के लिए ख्000 और एससी/एसटी कैटेगरी स्टूडेंट्स के लिए क्ब्00 रुपए फीस रखी गई थी। इसी हिसाब से इन क्ख्,ख्भ्0 स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था। अब इन कैंडिडेट्स की फीस वापस करने के लिए यूनिवर्सिटी खास सॉफ्टवेयर तैयार कर रही है। दरअसल आवेदन करने वालों में कई ऐसे कैंडिडेट्स ने जिन्होंने किसी अन्य बैंक अकाउंट के जरिए ऑनलाइन फीस सब्मिट की थी। ऐसे में इन स्टूडेंट्स के अकाउंट रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी के पास नहीं हैं। इसी को देखते हुए एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। जो स्टूडेंट्स के नाम और उसके द्वारा जिस खाते से फीस जमा की गई उसकी जानकारी रखेगा। जिसके बाद उसी खाते में जमा की गई फीस लौटाने का काम करेगा। फिलहाल सॉफ्टवेयर और बैंकों की कोडिंग का काम चल रहा है। कोडिंग प्रोसेस पूरा होने के बाद सॉफ्टवेयर फीस एनईएफटी के जरिए ऑनलाइन फीस वापसी प्रक्रिया शुरू करेगा। यूनिवर्सिटी अधिकारियों की मानें तो अगले क्भ् दिनों में फीस वापसी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

वर्जन---

सॉफ्टवेयर पर काम शुरू हो चुका है। कोडिंग प्रोसेस पूरा होते ही एनईएफटी के थ्रू कैंडिडेट्स के बैंक अकाउंट में फीस लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। फीस वापसी में किसी तरह की कोई गड़बड़ न हो इसी को देखते हुए यूनिवर्सिटी खास एहतियात बरत रही है।

----- डा। विजय जुयाल, रजिस्ट्रार, एचएनबी उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी