देहरादून ब्यूरो। चीफ सेक्रेटरी गोविन्द घाट चमोली पहुंचे। उसके बाद सीएस ने हेमकुण्ड साहिब व घांघरिया का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने गोविन्द घाट से पुलना सडक़ और पैदल मार्ग पर चल रहे कार्यो का निरीक्षण किया। कहा, गोविंदघाट से पुलना जाने वाली सडक़ आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो गयी। उसको यात्रा से पहले सुचारू कराने के निर्देश दिए। सीएस ने कहा कि बीआरओ की सडक़ पर हो रहे कटान को लेकर दून में अधिकारियों के साथ बैठक ली जाएगी। इसके अलावा पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कहा, जिन जगहों पर सडक़ क्षतिग्रस्त हुई है, उसको दूर किया जाए।

दिशा-निर्देश
-केदारनाथधाम में पुनर्निर्माण से संबंधित कार्यों का डिटेल वर्क प्लान तैयार किया जाए।
-विद्युत व्यवस्था को सुचारू रखा जाए।
-कार्य कर रहे मजदूरों को स्वास्थ्य सुविधा व खाने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित हो।
-केदारनाथ धाम के तहत सभी यात्रा मार्ग में नेटवर्क की उचित व्यवस्था हो।
-पीडब्ल्यूडी के अधिकारी धीमी गति से चल रहे कार्यों को लेकर जेई की तैनाती करे।
-किसी जेई की तैनाती हुई हो, ज्वाइनिंग न हुई हो, कार्रवाई की जाए।


इन विभागों के साथ की बैठक
-पीडब्लूडी
-बीआरओ
-पीएमजीएसवाई
-जलसंस्थान
-वन विभाग

बदरीनाथ मास्टर प्लान का भी लिया जायजा
सीएस ने बदरीनाथ धाम पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। कहा, जहां पर कार्यों में व्यवधान हो रहा है, तत्काल डीएम से मिलकर कार्य को पूर्ण कराना सुनिश्चत करें। कार्यदायी संस्थाओं को कार्यो को समयबद्धता के साथ पूरा करने के साथ टाइमलाइन देने के निर्देश दिए। सीएस बोले, हर माह खुद निरीक्षण के लिए आएंगे। कहा, बदरीनाथ मास्टर प्लान पीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट है और वे खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

सीएस बोले
-बदरीनाथ में बड़े पैमाने पर होने हैं निर्माण कार्य।
-नयी टाउनशिप बननी है, युद्धस्तर पर चल रहा कार्य।
-अधिकारियों ने किया आश्वस्त, 7-8 महीने में होंगे कार्य पूर्ण।