क्या था मामला

केंद्रीय विद्यालय आईएमए में पढऩे वाली छात्रा के साथ कुछ लोग लंबे समय से छेड़छाड़ कर रहे थे। इसकी शिकायत उसने कई बार अपने घर पर की। सैटरडे को लड़की अपने चाचा की दुकान तोमर मोबाइल स्टोर पहुंची। जहां उसने बताया कि मोहल्ले के रहने वाले कुछ लड़के उसके साथ स्कूल आते जाते समय मिसबिहेव करते है। लड़की का चाचा राजपाल तोमर लड़की के साथ राघव विहार जा पहुंचा जहां उसने आरोपी लड़कों को पहचानने के लिए कहा। मौके पर लड़की ने कुछ युवकों को पहचानते हुए बताया कि यही लड़के उसके साथ छेड़छाड़ करते हैं।

रात में हुई मारपीट

पहचान करने के बाद राघव उस समय वहां से चुपचाप चला आया। आरोप है कि वह फिर देर रात अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा और छेड़छाड़ करने के आरोपी शैलेंद्र, अरूण, पंचम , धनु आदि को बुरी तरह पीट दिया। घायलों ने रात के समय प्रेमनगर के सरकारी हॉस्पिटल में अपना उपचार कराया। वहीं जब मोहल्ले के अन्य लोगों को शनिवार सुबह इस घटना की जानकारी लगी तो वे नाराज हो उठे। जिसके बाद चौकी पहुंचकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान दूसरा पक्ष भी मौके पर पहुंचा जिसके साथ एरिया के कई व्यापारी भी थे।

कार्रवाई की मांग को लेकर किया हंगामा

इस दौरान एक पक्ष का आरोप था कि उन्हें बेवजह पीटा गया है। उनके द्वारा लड़की के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। लिहाजा मारपीट के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं दूसरा पक्ष का कहना था कि लड़की ने आरोपियों की पहचान की है। जिस कारण उन्होंने आरोपी युवकों को पीटा है। पुलिस को छेड़छाड़ के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। दोनों ही पक्ष एक दूसरे के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे। आखिरकार पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर क्रॉस एफआईआर दर्ज कर किसी तरह लोगों को शांत किया।

पुलिस पर उठ रहे सवाल

मामले में पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। एक पक्ष का आरोप है कि पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। आरोपियों द्वारा घर में घुसकर मारपीट की गई है। बावजूद पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने को तैयार नहीं थी। आखिरकार, भारी विरोध के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। जिससे साफ जाहिर है कि पुलिस दूसरे पक्ष से मिली हुई है।