- आचार संहिता से पहले जुगाड़ से करा लिए थे ट्रांसफर

- पद रिक्त न होने के कारण तबादलों पर लगाई रोक

DEHRADUN: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों का दून से मोह खत्म नहीं हा रहा है। यही कारण है कि शिक्षक देहरादून और आस पास के इलाकों के स्कूलों में तैनाती के लिए जुगाड़ लगाने में जुटे रहते हैं। चुनावी सीजन शुरू होने से पहले भी कई शिक्षकों ने तबादलों को लेकर ऐढ़ी चोटी के जोर लगाकर तैनाती के निर्देश जारी करा लिए। लेकिन दून के स्कूलों में पद रिक्त न होने के चलते तबादलों पर रोक लगने से दून में तैनाती की चाहत खटाई में पड़ गई है।

प्रदेश में आचार संहिता लागू होने से कुछ दिन पहले शिक्षा विभाग में गुपचुप तबादले किए गए। इनमें ज्यादातर तबादले सिफारिशी थे। जिन्होंने यहां-वहां से जुगाड़ लगाकर अपना स्थानांतरण करवा लिया था। इनमें बेसिक के करीब ख्00 और एलटी व प्रवक्ता श्रेणी में क्फ्फ् शिक्षकों का तबादला किया गया था। तबादलों के लिए जारी किए निर्देशों पर गौर करें तो ज्यादातर शिक्षक दून लाए गए थे। लेकिन विभाग ने अब स्थानांतरण पर रोक लगा दी है।

पद खाली नहीं होने से लगी रोक

बेसिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी के बताया कि देहरादून के स्कूलों में शिक्षक मानकों के अनुरूप हैं। इन स्कूलों में वर्तमान में कोई पद रिक्त नहीं है। ऐसे में नए शिक्षकों को ज्वाइंन कराना मुमकिन नहीं होगा। जनपद स्तर पर अधिकारियों को किसी भी शिक्षक को कार्यमुक्त न करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि इससे अलग स्कूलों में प्रधानाध्यापकों के रिक्त पद भरने को लेकर विभाग युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी।