- पंचायत चुनाव में भी उठा था बस अड्डा बनाने का मुद्दा

- सत्तर के दशक में हरिद्वार-दिल्ली वाया धनौरी होकर चलती थी गाडि़यां HARIDWAR: उत्तराखंड राज्य गठन के क्म् साल बाद भी घाड़ क्षेत्र की दशा नहीं बदली है। यातायात व्यवस्था के नाम पर घाड़ क्षेत्र को एक बस अड्डा तो मिल गया लेकिन, यातायात सुविधा के नाम पर क्षेत्र को ठेंगा ही मिला है। पंचायत चुनाव में भी भगवानपुर से लेकर धनौरी व बहादराबाद तक ग्राम पंचायतों के उम्मीदवारों ने इस बात को जाना और जल्द ही यातायात की स्थिति में सुधार लाने की बात चुनाव के दौरान कही थी। यदि ऐसा ही हाल रहा तो आगामी विधानसभा चुनाव-ख्0क्7 में यह मुद्दा जोर-शोर से गुंजेगा, ऐसा कयास राजनीतिक गलियारों में लग रहा है।

स्टापेज न होने से क्षेत्रीय लोगों को नहीं मिल रहा लाभ

गौरतलब है कि सत्तर के दशक तक रिद्वार-दिल्ली हाईवे वाया धनौरी हुआ करता था, धनौरी में न सिर्फ रोडवेज अड्डा अधिकारिक तौर पर चला करता था, बल्कि धनौरी पुल के समीप व्यापारिक सामान की बु¨कग व बिल्टी भी कटा करती थी। ग्रामीण रघुवीर सिंह, मुल्कीराज सैनी, सुभाष सैनी, योगेश कुमार बताते हैं कि उस समय में रोड़वेज बसों का स्टापेज भी यहां हुआ करता था लेकिन, आज स्थिति बिल्कुल बदल गई है। हरिद्वार-रुड़की वाया पिरान कलियर, धनौरी मार्ग एवं हरिद्वार-भगवानपुर वाया धनौरी मुख्य मार्ग इस घाड़ क्षेत्र को जोड़ते हुए निकलते हैं। इसके साथ राजस्थान, हिमाचल, उत्तर प्रदेश व पंजाब आदि राज्यों की रोड़वेज बसें भी गुजरती हैं। लेकिन स्टापेज न होने से क्षेत्रीय ग्रामीण बसों की सुविधा का लाभ उठाने से वंचित हैं।

मिनी रोड़वेज बस चलाने की मांग

दिवंगत काबीना मंत्री सुरेन्द्र राकेश के परिवहन मंत्री रहते हुए जब भगवानपुर को तहसील का दर्जा मिला था, तो ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि राज्य सरकार की ओर से चलने वाली मिनी रोड़वेज बसों का लाभ क्षेत्र को मिलेगा, लेकिन यह उम्मीद भी धीरे-धीरे धूमिल होती चली गई। यातायात व्यवस्था के नाम पर घाड़ क्षेत्र के हिस्से में मैटाडोर व टैंपो ही हैं। धनौरी क्षेत्र में रोड़वेज की मिनी बसों का संचालन न होना, बल्कि लक्सर तहसील तक मिनी रोडवेज बसों का संचालन होना घाड़ क्षेत्रवासियों को काफी अखर रहा है। समाजसेवी नकलीराम, अमित सैनी व विनय कुमार का कहना है कि सरकार ने घाड़ क्षेत्र के विकास हेतु घाड़ विकास परिषद का गठन तो किया, लेकिन गठन होने के इतने माह बाद भी इस परिषद की क्षेत्रीय विकास की गाड़ी पटरी पर नहीं चढ़ पाई है। एक बार फिर क्षेत्रीय ग्रामीणों ने धनौरी बस अड्डा, बस स्टॉप बनाने एवं हरिद्वार-भगवानपुर, हरिद्वार-रुड़की वाया पिरान कलियर, धनौरी मार्ग पर मिनी रोड़वेज बसे चलाने की मांग की है।

ऑफिशियल स्टेंड

धनौरी में बस अड्डा व बस स्टॉप बनाने के संबंध में उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा। जल्द ही क्षेत्र के लोगों को यातायात सुविधा का पूरा लाभ दिया जाएगा।

सुरेश चौहान, एआरएम